आक्सीजन प्राप्त करने के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करे मरीज को घर पर ही दी जा रही है -रैडक्रॉस सचिव कुलबीर मलिक।
ऑक्सीजन की डिलीवरी, कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ की जाएगी कार्यवाही, अब तक 281 व्यक्तियों को दी गई ऑक्सीजन की होम डिलीवरी:
करनाल 18 मई, ( पी एस सग्गू)
करनाल जिला में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, ऑक्सीजन अस्पतालों के साथ-साथ घरों में डिलीवरी के लिए पोर्टल पर भी रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। ऑक्सीजन की उपलब्धता होने पर मरीजों को राहत की सांस मिल रही है। जिले में मंगलवार तक 431 लोगों ने ऑक्सीजन के लिए आवेदन किया था और उनमें से 281 लोगों को ऑक्सीजन दी गई, बाकि को रिजेक्ट कर दिया गया। जब मरीज को ऑक्सीजन मिलती है तो मरीज में आत्मविश्वास बढ़ता है। जिला प्रशासन की इस पारदर्शी प्रणाली से लोग काफी संतुष्ट दिखाई दे रहे हैं। जिले के सभी अस्पतालों में जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन पहुंच रही है।
रैडक्रॉस सचिव कुलबीर मलिक ने बताया कि उपायुक्त निशांत कुमार यादव के मार्गदर्शन में गंभीर बीमारियों से ग्रस्त और कोरोना पॉजिटीव मरीजों के घर-घर जाकर ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य जोरों पर चल रहा है। इस कार्य में समाजसेवी संस्थाओं का विशेष सहयोग मिल रहा है। दर्जनों संस्थाओं ने इसमें अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। पोर्टल पर ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए 431 लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है, बिना देरी के आवेदकों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने ऑक्सीजन के सिलेण्डर की रिफलिंग की दरें भी निर्धारित कर दी है। इसके लिए प्रशासन ने सिलेंडर रिफिलिंग की दरें 300 रुपये प्रति सिलेंडर तय की है। ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने शिकंजा कसा है, कोई भी व्यक्ति ऑक्सीजन की कालाबाजारी करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को यदि ऑक्सीजन की जरूरत है तो वह oxygenhry.in पोर्टल पर जाकर आवेदन करे। आवेदन के एक घंटे बाद ऑक्सीजन की डिलीवरी घर पर हो जाएगी, परंतु सभी को यह हिदायत दी गई है कि वह कोविड के प्रोटोकॉल का विशेष ध्यान रखें।