डॉक्टर नीना सिंह,अंगदान के साथ साथ खुशी, सहयोग, शुक्राना के मायने बताकर सभी के जीवन को बना रही हैं संवेदी
एमडीएन की डॉयरेक्टर डा. निशा व उनके पति डा. विजय डोनर कार्ड देकर कराया स्वीकार
फोटो कैप्शन- डॉक्टर नीना सिंह एमडीएन की डॉयरेक्टर डा. निशा को अंगदान का डोनर कार्ड देते हुए।
करनाल 17 अगस्त (पी एस सग्गू)
आज के कलियुगी, घोर स्वार्थी और मतलबी युग में कोई आपकी खुशी के बारे में सोचे, सोचे ही नहीं बल्कि आपकी खुशियों को आपके जीवन में लाने का प्रयास करे तो समझ लीजिएगा कि आप उस ईश्वर के नेक बंदे से मिल रहे हैं उनका नाम है डॉक्टर नीना सिंह। अभी हाल ही में कैथल के कलायत स्थित महर्षि दयानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन, एमडीएन पब्लिक स्कूल, एमडीएन स्कूल ऑफ नर्सिंग में मोहन फाउंडेशन की राजदूत के रूप में करनाल की डॉक्टर नीना सिंह ने स्टूडेंटस को मृत्यु उपरांत अंगदान की महिमा से ना केवल अवगत कराया बल्कि स्टूडेंटस के मन में उठ रहे सवालों का जवाब भी दिया। उन्होंने मृत्यु उपरांत अंग दान का महत्व तो बताया ही साथ ही हमेशा की तरह सभी से कहा कि हम सभी के लिए जीवन में योग, ध्यान, साधना बहुत जरूरी है लेकिन उससे भी जरूरी है सभी का सहयोग, इसलिए सबसे पहले सहयोग करें उसके बाद योग करें तो जीवन में सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी।
हमेशा की तरह उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि यदि आप अपने अंगों का दान करते तो मृत्यु उपरांत नौ लोगों को जीवन दे सकते हो, जैसे दो आंखें, दो फेफडे़, दो किड़नी, एक एक लीवर, एक पेनक्रियाज, आपकी आंखें भी दो लोगों के घरों में उजियारा कर सकती हैं, आप इतनी सुंदर दुनिया देख रहे हैं यदि आपकी वजह से कोई दूसरा भी इस दुनिया को देखे तो यही सबसे अच्छी बात है। दूसरों के जीवन में सदा खुशियों का संचार करने की पावन सोच रखने वाली डा. नीना सिंह ने हमेशा की तरह फर्स्ट एड ट्रेनिंग की बारीकियों से स्टूडेंटस को अवगत कराया। उन्होंने सीपीआर यानी कार्डियो पंपिंग रिकेटेशन यानी दिल की धड़कन को दोबारा लाने की विधि भी बताई। यही नहीं उन्होंने स्टूडेंटस के सवालों के जवाब में हमेशा की तरह बंदर, कुता, मधुमक्खी, भिरड़, तितैया काटने के बाद तुरंत उपचार की विधि भी बताई। उन्होंने अपने यू टयूब चैनल डॉक्टर नीना सिंह पर अधिक जानकारी बटोरने के लिए इसे देखने व विधियों को एडॉप्ट करने की सलाह दी। मौके पर उन्होंने एमडीएन की डॉयेरक्टर डॉ निशा व उनके पति डॉक्टर विजय को अंगदान कार्ड दिया ताकि उनके अपने उनके अंग मृत्यु उपरांत दान करें।
जरूरतमंद व्यक्ति की मदद जरूर करें
संवेदनशील डॉक्टर नीना सिंह ने स्टूडेंटस से आह्वान किया कि यदि आप सड़क पर किसी को ऐसी अवस्था में देखें कि उसे आपकी जरूरत है तो आप जरूर उसकी मदद करें, क्योंकि इंसान का पहला कर्तव्य ही दूसरों की मदद करना है,। कई बार घटनास्थल पर व्यक्ति के पास समय कम होता है इसलिए उस सीमित समय में व्यक्ति की मदद जरूर करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने स्टूडेंटस को स्वस्थ रहने के साथ साथ यानी पॉजिटिव वाइब्रेशनस और प्रभु के शुक्राना विशेष महत्व बताया। उन्होंने कहा कि यूनिवर्स सदा पॉजिटिव सुनना चाहता है आप जो भी यूनिवर्स से मांगेंगे वो आपको जरूर मिलेगा, बशर्ते के आपने उसे दिल और पूरी शिद्दत से मांगा हो।