यूनिफार्म सिविल कोड अल्पसंख्यक समुदायों के धार्मिक मामलों पर होगा सीधा हमला- एडवोकेट अंग्रेज पन्नु
करनाल 01 जुलाई ( पी एस सग्गू)
हरियाणा सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रदेश महासचिव व युवा सिक्ख नेता अंग्रेज सिंह पन्नु ने अपने निजि कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि भारत सरकार जो समान आंचार संहित (यूनिफार्म सिविल कोड) लागु करने जा रही है यह अल्प संख्यक समुदायों के उपर उनके धार्मिक मामलों में सीधा हस्ताक्षेप होगा और उनके धार्मिक अधिकारों के उपर सीधा हमला होगा। भारतीय संविधान के तहत उनकी धार्मिक रितिरिवाजों के तहत बने कानून उनसे छीन लिए जायेंगे, इससे साबित होता है कि भाजपा सरकार हर हाल में अल्प संख्यक समुदायों मुसलमानों, सिक्खों, ईसाईयों आदि को दबा कर रखना चाहती है और उन्हें धार्मिक तौर पर गुलाम बना कर रखना चाहती है, क्योंकि अगर यूनिफार्म सिविल कोड पारित होता है तो इसका सीधा फायदा बहुसंख्यक धार्मिक आबादी को होगा जबकि अल्पसंख्यक आबादी के लोगों जैसे सिक्ख, ईसाई, मुसलमान, बौधी, जैनी, पारसी सीधे-सीधे बहुसंख्यक लोगों के फायदे के लिए बनाये गए कानून के अनुसार चलने पर विवश हो जायेंगे। जोकि अल्पसंख्यक समुदायों के साथ देश की आजादी के बाद सबसे बड़ा हमला होगा।
एडवोकेट पन्नु ने कहा कि सिक्खों को इस कानून के पारित होने से बहुत बड़ा हानी होने वाली है क्योंकि उनके पास पहले ही अपना कोई भी पर्सनल एक्ट नहीं है, बहुत मेहनत और लम्बे अरसे के बाद आनन्द मैरिज एक्ट पास हुआ था अगर यूनिफार्म सिविल कोड सिविल कोड लागु होता है तो आनन्द मैरिज एक्ट का कोई भी वजूद नहीं रह जायेगा। जो सिक्ख लंबे समय से सिक्ख एक अलग धर्म है और कौम है उनकी मांग सदा के लिए समाप्त कर दी जायेगी। उन्होंने आगे कहा कि जब से देश आजाद हुआ है कांग्रेस व अन्य दलों की सरकारें इस देश पर राज करती रही हैं। परन्तु इनमें से किसी ने भी यूनिफार्म सिविल कोड लागु नहीं किया था। क्योंकि उन्हें पता था कि अगर यूनिफार्म सिविल कोड लागु होता है तो इससे अल्पसंख्यक व बहुसंख्यक समुदायों के बीच तनाव बना रहेगा। परन्तु मजूदा भाजपा सरकार जानबूझ कर अल्पसंख्यक समुदायों व बहुसंख्यक समुदायों के बीच तनाव पैदा करके अपने वोट की गंदी राजनीति करना चाहते हैं। इसे किसी भी सुरत में कामयाब नहीं होने दिया जायेगा। आने वाले दिनों मे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की मीटिंग बुलाकर आगे की रणनीति तय की जायेगी। इस मौके बाबा लक्खा सिंह किला विशेष रूप से उपस्थित थे।
एडवोकेट पन्नु ने कहा कि सिक्खों को इस कानून के पारित होने से बहुत बड़ा हानी होने वाली है क्योंकि उनके पास पहले ही अपना कोई भी पर्सनल एक्ट नहीं है, बहुत मेहनत और लम्बे अरसे के बाद आनन्द मैरिज एक्ट पास हुआ था अगर यूनिफार्म सिविल कोड सिविल कोड लागु होता है तो आनन्द मैरिज एक्ट का कोई भी वजूद नहीं रह जायेगा। जो सिक्ख लंबे समय से सिक्ख एक अलग धर्म है और कौम है उनकी मांग सदा के लिए समाप्त कर दी जायेगी। उन्होंने आगे कहा कि जब से देश आजाद हुआ है कांग्रेस व अन्य दलों की सरकारें इस देश पर राज करती रही हैं। परन्तु इनमें से किसी ने भी यूनिफार्म सिविल कोड लागु नहीं किया था। क्योंकि उन्हें पता था कि अगर यूनिफार्म सिविल कोड लागु होता है तो इससे अल्पसंख्यक व बहुसंख्यक समुदायों के बीच तनाव बना रहेगा। परन्तु मजूदा भाजपा सरकार जानबूझ कर अल्पसंख्यक समुदायों व बहुसंख्यक समुदायों के बीच तनाव पैदा करके अपने वोट की गंदी राजनीति करना चाहते हैं। इसे किसी भी सुरत में कामयाब नहीं होने दिया जायेगा। आने वाले दिनों मे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की मीटिंग बुलाकर आगे की रणनीति तय की जायेगी। इस मौके बाबा लक्खा सिंह किला विशेष रूप से उपस्थित थे।