प्रधानमन्त्री के दिल में बहन बेटियों के प्रति कोई इज्जत नहीं: रतनमान
कहा: बेटियों की इज्जत मान के लिए किसान कुछ करने से पीछे नहीं हटेंगे
करनाल, 4 मई (पी एस सग्गू)
करनाल से किसानों के बड़े काफिले के साथ रेल द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों के धरने पर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि देश भर के किसान के मन में धरने पर बैठे पहलवानों के साथ हो रही बेइंसाफी के व्यथित है। किसान आंदोलनरत पहलवानों के साथ है तथा बहन बेटियों की इज्जत व मान मर्यादा के लिए कुछ भी करने से पीछे नहीं हटेंगे। सरकार ने हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो देश का किसान महिला खिलाडिय़ों के समर्थन में कूच के लिए तैयार है। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र की मोदी सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे का मजाक उड़ा रही है। इतना ही नहीं प्रधानमन्त्री के मन के बेटियों के प्रति कोई इज्जत नहीं है। यदि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी बेटियों के लिए गम्भीर होते तो 11 दिन से दिल्ली में धरने पर बैठी बेटियों की पीड़ा उनको व्यथित कर देती और वह अपनी पार्टी ने सांसद कुश्ती महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से त्याग पत्र दिलवा कर उन्हें गिरफ्तार करवाने में देर नहीं लगाते। प्रधानमन्त्री को बेटियों की पीड़ा मन की बात शामिल होती।
उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी और उनकी टीम सत्ता के नशे में अंहकारी हो गई है। इसलिए दिल्ली में धरने दे रही महिला पहलवानों व अन्य पर पुलिस के मार्फत जुल्म करवाने के कदम उठवा रहे हैं।
उन्होंने हैरानी जताई कि दिल्ली के जंतर मंतर पर हमारे देश के पहलवान व बहन बेटियां धरने पर बैठी हुई हैं। लेकिन सरकार उनकी एक भी बात सुनने को तैयार ही नहीं है। खिलाडिय़ों से मिलने जाने वालों को न केवल रोका जा रहा है, बल्कि उनके साथ बदसलूकी की जा रही है। खिलाड़ी बहन-बेटियों के साथ जो हुआ है, उससे पूरे देश में गुस्सा है। गोल्ड मेडलिस्ट बेटियां आज धरने पर हैं। बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए और उसे उठाकर सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए। मोदी सरकार बृजभूषण को बचाने का काम कर रही है। जब तक वह जेल की सलाखों के पीछे नहीं जाता, तब तक देश की जनता चेन से नहीं बैठेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देते थे। लेकिन आज देश की बेटियां ही सडक़ों पर बैठी हुई हैं। जिन बेटियों ने तिरंगे का मान सम्मान बढ़ाया, आज उन बेटियों सडक़ों पर बैठने पर विवश होना पड़ रहा है और उनके साथ बदसलूकी की जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की शह पर दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर माहौल को बिगाडऩे का काम किया जा रहा है। पहलवानों और पुलिस के कुछ कर्मियों के बीच हाथापाई हो गई थी। इस टकराव के कारण कुछ प्रदर्शनकारियों के सिर में चोटें आई थीं। जहां पहलवान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उस जगह के चारों ओर बैरिकेड्स लगाकर पहलवानों के समर्थन में आने वालों को रोका गया। बातचीत के दौरान पहलवानों ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की। जिससे पहलवान राहुल यादव और दुष्यंत फोगाट घायल हो गए और फोगाट को सिर में चोट आई हैं। कुरुक्षेत्र करनाल पानीपत सोनीपत जिले से सैकड़ों किसानों का जत्था रेल द्वारा जंतर मंतर पर प्रदेश अध्यक्ष रतनमान की अगुवाई में पहुंचा।
फोटो कैप्शन जंतर मंतर पर आंदोलित पहलवानों से बातचीत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रतनमान।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान जंतर मंतर पर धरने को संबोधित करते हुए।