गुरु नानक खालसा कॉलेज करनाल में सरदार तारा सिहं लैकचर लड़ी एवं पंजाबी कविता पाठ का भव्य आयोजन किया गया।

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गुरु नानक खालसा कॉलेज करनाल में सरदार तारा सिहं लैकचर लड़ी एवं पंजाबी कविता पाठ का भव्य आयोजन किया गया।

 

करनाल, 29 अप्रैल ( पी एस सग्गू)

गुरु नानक खालसा कॉलेज करनाल में सरदार तारा सिहं लैकचर लड़ी एवं पंजाबी कविता पाठ का भव्य आयोजन किया गया। पंजाबी साहित्य के शिरोमणि कवि एवं अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यकार भाई वीर सिंह जी की 150 वीं वर्षगाठ के उपलक्ष्य में आयोजित इस शानदार समारोह में मुख्य अतिथि भाई वीर सिंह चेयर के अध्यक्ष एवं पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के प्रख्यात विद्वान डॉ हरजोत सिंह मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता रहे। स. हरजोत सिंह ने कहा कि अंग्रेजी राज के समय भाई वीर सिंह ने स्वच्छता के साथ अपने साहित्य की रचना की। वो नारी शिक्षा के प्रबल पक्षधर थे एवं पंजाब सिंध बैंक भी उन्हीं महापुरुष की देन हैं। उनके पहले लिखे नॉवल  ‘सुन्दरी’ पर फिल्म भी बन चुकी हैं। उन्होंने नारी सशक्तिकरण के साथ-साथ इतिहास बारे में भी जोरदार तरीके से लिखा। कालेज के प्राचार्य डॉ. गुरिन्द्र सिंह ने सभी मेहमानों का स्वागत किया। कॉलेज प्रबन्धन समिति के पूर्व प्रधान स.  तारा सिंह जी, पूर्व सांसद एव मंत्री, हरियाणा सरकार, को याद करते हुए कहा कि वो एक राजनीतिक संत थे, उन्होंने हरियाणा राज्य में शिक्षा की अलख जगाई और विभिन्न कालेजों और स्कूलों की स्थापना की। स. तारा सिंह जी के बारे में बोलते हुए प्राचार्य ने कहा- मै राह ते नहीं टूरदां हां, जिदे टूरता है काफिला बण जाँदा है ।  डा. रामपाल सिंह ने अपने सम्बोधन मे कहा कि इस कार्यक्रम ने हमे पंजाबी भाषा के महान विद्वान से मिलवाया है। उन्होने रणजोत सिंह के बारे में कहा कि ये एक संत कवि हैं। उन्होंने स. तारा सिंह, जी को याद करते हुए कहा कि वो हम सब के लिए पिता तुल्य रहे और, उनका योगदान अविस्मरणीय है। पंजाबी गायक अर्श रंधावा ने अपने सुरीले गीतों से समां बांध दिया। उन्होने ‘ना आशिक अब कोई – जो सब्र करे वेले’ गाया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के पंजाबी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. देवेन्द्र बीबीपुरिया ने निर्णायक की भूमिका निभाई और अपनी कविताएं प्रस्तुत की। अमृतसर से आए सरकार त्रिलोचन सिंह ने भी अपनी कविता सुनाई और निर्णायक की भूमिका निभाई। अन्तर कालेज कविता पाठ में राजकीय कॉलेज करनाल के रघुवंश ने पहला, मेजबान कोलेज की महकप्रीत ने दूसरा तथा जीवन चानन कॉलेज असन्ध की मन्दीप कौर ने तीसरा पुरस्कार जीता। प्रो. जतिन्दरपाल तथा डॉ. प्रवीण कौर ने मंच का सुन्दर संचालन किया। इस अवसर पर प्रो. शशि मदान, प्रो. अन्जुु चौधरी, प्रो प्रीति, डॉ. बीर सिंह, डा. देवी भूषण, प्रो. प्रीतपाल, प्रो. डिम्पल, डा. दीपक, डा कृष्ण राम, डॉ सोनिया व काफी  संख्या मे विद्यार्थी उपस्थित रहे। कॉलेज प्रबंधन समिति वर्तमान प्रधान स. कंवरजीत सिंह प्रिंस ने इस अभूतपूर्व समारोह के लिए प्राचार्य, स्टाफ तथा विद्यार्थियों को बधाई दी।

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