असंध किसान महापंचायत ऐतिहासिक होगी : सुरेंद्र सांगवान
महापंचायत को लेकर दर्जनभर गांवो का किया दौरा, दिया न्यौता
करनाल 23 मार्च (पी एस सग्गू)
कृषि से संबंधित तीन कानूनों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से देशभर में किसानों को जागरूक करने व आंदोलन को मजबूत करने के उद्देश्य को लेकर किसान पंचायत आयोजित करने का सिलसिला जारी है। इसी सिलसिले के तहत करनाल के कस्बा असंध की नई अनाजमंडी में किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इस महापंचायत को लेकर किसान व मजदूरों में भारी जोश है। किसान महापंचायत के आयोजकों का दावा है कि यह महापंचायत किसान आंदोलन के इतिहास में ऐतिहासिक ही नहीं बल्कि भाजपा सरकार के कान और आंख खोलने का काम करेगी। भाकियू कार्यकर्ताओं ने असंध में 25 मार्च को होने वाली किसान महापंचायत को लेकर गांव मंगलौरा, दिलावरा, अन्धेड़ा, ढाकवाला गुजरान, ढाकवाला रोडान सहित कई गांवों का दौरा कर किसान-मजदूरों को किसान महांचायत में भारी संख्या में पहुंचने का न्यौता दिया। इस कार्यक्रम को लेकर गांव-गांव में किसान पंचायतों का आयोजन किया गया। दौरे की अगुवाई भाकियू प्रवक्ता सुरेंद्र सांगवान व जिला उपाध्यक्ष श्याम सिंह चौहान ने की। विभिन्न गांवों में आयोजित की गई किसान पंचायतों में भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए किसान मजदूरों ने अपनी आवाज को बुलंद किया। किसान महापंचायत में राष्ट्रीय प्रवक्ता व प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत, राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह सहित प्रदेश अध्यक्ष रतनमान संयुक्त किसान मोर्चा के कई वरिष्ठ नेता शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार लगातार किसानों को धोखा दे रही है। केंद्र सरकार किसानों का दमन करना चाहती है। इसलिए बार-बार आग्रह के बावजूद भी देश के कृषि मंत्री एमएसपी पर खरीद गारंटी देने को तैयार नहीं है जिससे केंद्र सरकार की नीयत पर शक और भी गहरा जाता है। देशभर के लाखों किसान तीनों कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। किसान नेतओं ने कहा कि मोदी सरकार केवल देश के बड़े बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए यह कानून लेकर आई है। किसान इन कानूनों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे और इनको रद्दे करवाकर ही दम लेंगे। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष श्याम सिंह चौहान, घरौंडा खंड प्रधान, विनोद राणा, मोती लाल चौहान, नाथी राम, महक सिंह, सूरजभान, पितामह, साधूराम, अभिषेक, इकबाल रावल, रविंद्र कादियान व नेत्रपाल सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।