अंबेडकर जी ने रूढिवादिता का विरोध किया एवं समानता पर बल दिया : डा. एसके चहल
खालसा कॉलेज में धूमधाम से मनाया संविधान दिवस, विद्यार्थियों को दिलवाई शपथ
करनाल 26 नवंबर ( पी एस सग्गू)
करनाल के गुरु नानक खालसा कॉलेज में राजनीति विज्ञान विभाग, इतिहास विभाग एवं एनएसएस के संयुक्त तत्वाधान में संविधान दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान विद्यार्थियों एवं स्वयंसवेकों को संविधान अनुपालना की शपथ दिलवाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के इतिहास विभाग के अध्यक्ष एवं प्रो. डा. एसके चहल रहे। गांधी और अंबेडकर में समानता विषय पर आयोजित कार्यक्रम में प्रो. डा. एसके चहल ने कहा कि सिद्धांतिक रूप से महात्मा गांधी एवं बाबा साहेब अंबेडकर अंग्रेजी राज के खिलाफ थे। उन्होंने बताया कि गांधी जी एवं अंबेडकर जी में मतभेद जरूर रहे लेकिन राष्ट्र के लिए दोनों ने बहुत कुछ किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंबेडकर जी के नाम पर ज्ञान दिवस मनाने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अंबेडकर जी ने रूढिवादिता का विरोध किया एवं समानता पर बल दिया। गांधी जी को गहराई से पढने की जरूरत है। कॉलेज के प्राचार्य डा. गुरिंद्र सिंह ने सभी का स्वागत किया और कॉलेज की गतिविधियों से अवगत करवाया। मंच का संचालन राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. अजय ने किया। जबकि इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रवीण शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर डा. रामपाल, प्रो. अंजु चौधरी, प्रो. प्रीति, प्रो. शशि मदान, प्रो. विनीति, प्रो. मनीष, प्रो. कीर्ति, प्रो. प्रशांत, प्रो. अमनदीप, डा. प्रियंका, डा. कृष्ण राम, प्रो. प्रदीप, प्रो. डिंकी, प्रो. स्नेहा, डा. बीर सिंह एवं भारी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं एनएसएस के स्वयंसेवक मौजूद रहे।