यदि मुख्यमंत्री ने ध्यान नहीं दिया तो कांग्रेस कार्यकर्ता काले झंडे दिखाने को होंगे मजबूर : त्रिलोचन सिंह* कांग्रेस के 51 कार्यकर्ताओं ने ढोल बजाकर मुख्यमंत्री आवास पर किया कान खोलो प्रदर्शन कहा : भ्रष्टाचार, बेलगाम कानून व्यवस्था, स्मार्ट सिटी, शुगर मिल सहित कई मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री जारी करें श्वेत पत्र

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यदि मुख्यमंत्री ने ध्यान नहीं दिया तो कांग्रेस कार्यकर्ता काले झंडे दिखाने को होंगे मजबूर : त्रिलोचन सिंह*
कांग्रेस के 51 कार्यकर्ताओं ने ढोल बजाकर मुख्यमंत्री आवास पर किया कान खोलो प्रदर्शन
कहा : भ्रष्टाचार, बेलगाम कानून व्यवस्था, स्मार्ट सिटी, शुगर मिल सहित कई मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री जारी करें श्वेत पत्र
करनाल 16 नवम्बर ( पी एस सग्गू)
 करनाल में भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी अफसरशाही, विकास कार्यो में पक्षपात, लकवाग्रस्त स्वास्थ्य एवं सफाई व्यवस्था सहित तमाम ज्वलंत मुद्दों को लेकर आज कांग्रेस के 51 कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना दिया। कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करनाल के प्रभारी तथा पूर्व विधायक लहरी सिंह तथा कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने किया। कांग्रेस कार्यकर्ता कैथल पुल के नीचे एकत्रित हुए और ढोल बजाते हुए मुख्यमंत्री आवास के पास तक पहुंचे। पुलिस ने रास्ते में बेरिकेड्स लगा दिए। कांग्रेस कार्यकर्ता पिछले 8 सालों से करनाल में भीषण समस्याओं के प्रति कान बंद कर बेपरवाह मुख्यमंत्री के कान खोलने के लिए कान खोलो प्रदर्शन कर रहे थे। धरना स्थल से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रशासन और मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि संजय बठला को ज्ञापन दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने ध्यान नहीं दिया तो कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने को मजबूर होंगे। लेकिन उनको आशा है कि यह नौबत मुख्यमंत्री नहीं आने देंगे। ज्ञापन को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए स. त्रिलोचन सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर करनाल देश और प्रदेश में नम्बर वन है। यहां पर शुगर मिल में भ्रष्टाचार व्यापक है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री उनसे सहयोग मांगेगे तो वह शुगर मिल से संबंधित दस्तावेज मुख्यमंत्री को उपलब्ध करवा देंगे। इसके अलावा स्मार्ट सिटी मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री ने श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। क्योंकि इसमें व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक नियंत्रण व्यवस्था, पानी निकासी, सफाई, सांझी साइकिल, सिटी बस सर्विस, शौचालय, नाइट मार्केट, नेत्रहीन लोगों के लिए चलने वाला मार्ग, शहर में फुटपाथ और साइकिल ट्रैक व्यवस्था सहित तमाम मुद्दों को ज्ञापन में उठाया गया। उन्होंने बताया कि शहर में कानून व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। ईमानदार एस.पी और जिम्मेवार अफसरों के बाद भी लूट, डकैती, बलात्कार, हत्या, छेड़छाड़, चैन स्नेचिंग, घर में दबिश, फिरौती तथा धमकी देने की घटना घट रही है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को लेकर विपक्ष खामोश नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि गुरूनानकपुरा की बदहाली अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है। मेयर और पार्षदों के बार-बार मुद्दे उठाने के बाद भी अफसर सुनवाई नहीं करते। उन्होंने मुख्यमंत्री को ऑफर दिया कि उन्हें केवल कुछ मिनट का समय देकर उनके साथ करनाल का दौरा किया जाएं। वह मुख्यमंत्री के आंख और कान खोल देंगे। धरातल की समस्याओं से भी उनको अवगत करवा देंगे। मुख्यमंत्री को असलियत जानने के लिए अफसर और दरबारियों की जुंडली से बाहर निकलना होगा। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता रघुबीर सिंह संधू, पी.सी.सी सदस्य राजेश वैद्य, कृष्ण बसताड़ा, पार्षद पप्पू लाठर, अध्यक्ष ऊषा तुली, अध्यक्ष मनिन्द्र सिंह, सरपंच सतपाल जाणी, सरपंच खुर्शीद, रोहताश पहलवान, रणपाल संधू, जोगिन्द्र चौहान, धर्मपाल कौशिक, कांग्रेस महिला नेत्री रानी काम्बोज, डा. फतेह, ललित अरोड़ा, चौधरी कौसर अली, रोहित जोशी, मीनू दुआ, प्रेम मलवानिया, राजेन्द्र सिंह भोला, अनिल शर्मा, टिंकू वर्मा, चमन लाल भुम्बक, प्रकाशवीर, कर्मपाल सिंह, गुरनाम सिंह, जरनैल सिंह, सुनहरा वाल्मीकि, गगन मेहता, रमेश जोगी, मदनलाल, जिलेराम, दलबीर सिंह, रामधारी सहित भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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