सिख धर्म के चौथे गुरु श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व को समर्पित नगर कीर्तन सजाया 

Spread the love
सिख धर्म के चौथे गुरु श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व को समर्पित नगर कीर्तन सजाया
करनाल, 14अक्तूबर ( पी एस सग्गू)
 करनाल में आज  सिख धर्म के चौथे गुरु श्री गुरु रामदास जी महाराज के प्राकश पर्व पर डेरा कार सेवा और पहली पातशाली गुरुद्वारा मंजी साहिब से नगर कीर्तन  बाबा सुक्खा सिंह के मार्गदर्शन और गुरु नानक सेवा जत्था की तरफ से सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के सहयोग से नगर कीर्तन सजाया गया। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को सुंदर फूलों से सजी पालकी साहिब में सुशोभित किया गया और पांच प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन सजाया गया। नगर कीर्तन गुरुद्वारा मंजी साहब से शुरू होकर  कर्ण गेट, सब्जी मंडी चौक, अस्पताल चौक, अस्पात लेन अस्पताल रोड,सैक्टर 12 सैक्टर 14 तथा शहर के प्रमुख मार्गंों से होते हुए वापस गुरुद्वारा साहिब पहुंचा। नगर कीर्तन में पांच प्यारे पालकी साहिब के आगे चल रहे थे। रागी ढाडी जत्थे गुरु की महिमा का गुणगान गाते हुए चल रहे थे। महिलाओं के कीर्तन जत्थे भी आगे चल रहे थे। नगरकीर्तन की जानकारी देते हुए इंद्रर पाल सिंह रतन सिंह , बलकार सिंह तथा गोल्डी खुराना ने बताया कि नगरकीर्तन आस्था का केंद्र बना हुआ हैं। शहर में जगह जगह लंगर सेवा लगाई गई हैं। गुरू की पालकी के आगे पुष्प वर्षा हो रही थी। नगर कीर्तन में गुरमीत अखाड़ा, दशमेश अखाड़ा आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। गतका खेल रहे युवाओं के हैरत अंगेज कारनामे लोगों को अचरज में डालनले वाले थे। भाई तेजिंदर सिंह , भाई इंदरजीत सिंह, भाई बलविंदर सिंह भाई निर्वेर सिंह, के कीर्तन जत्थे गुरु की महिमा का गुणगान कर रहे थे।इसमें फूलों की सेवा पुष्पेंद्र सिंह, तथा सिमरन मनमीत सिंह तथा डिम्पी ने की। नगर कीर्तन में इंदर पाल सिंह ,रतन सिंह, अमन मिड्ढा, अमृ़त पाल सिंह, बलिहार सिंह, गुरुसेवाक सिंह, जसपाल सिंह ,राजेंद्र सिंह मिड्ढा, प्रीतपाल सिंह, सतिनंदर सिंह, अमन सुरेंद्र रामगडिय़ा शामिल हुए। नगरकीर्तन का स्वागत सर्राफा बाजासर में गोल्डी खुराना, अशोक ढांगरा, जितेंद्र राणा, कर्ण गेट पर एवन स्वीट्स, गुरुनानक अस्पताल, बिर्क अस्पताल , नेहरू पैलेस कुंजपुरा रोड सहित तमाम स्थानों पर किया गया। जगह जगह चाय समोसे और अन्य प्रसाद बितरित किया गया।  जहां से भी नगरकीर्तन गुजरा वहां पर लोगों का तंाता लग गया। लोग गुरु के आगे नतमस्तक हुए।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top