आगामी पंचायत चुनावों को लेकर जिला में तैयारियां शुरू, उपायुक्त पानीपत अतिरिक्त प्रभार करनाल सुशील सारवान ने सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों का लिया जायजा, दिए जरूरी निर्देश।
करनाल 13 सितंबर( पी एस सग्गू)
आगामी पंचायत चुनाव को लेकर जिला में तैयारियां शुरू हो गई हैं। हालांकि राज्य चुनाव आयोग की ओर से इसकी अधिसूचना होनी बाकी है। मंगलवार को पानीपत के उपायुक्त (उपायुक्त करनाल का अतिरिक्त कार्यभार) सुशील सारवान ने पंचायत चुनाव से सम्बंधित अधिकारियों के साथ लघु सचिवालय के सभागार में एक बैठक की। बैठक में एडीसी डॉ. वैशाली शर्मा, करनाल, असंध व घरौंडा के एसडीएम अनुभव मेहता, मनदीप कुमार व अभय जांगड़ा, नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त गौरव कुमार, एमडी शुगरमिल डॉ. पूजा भारती, डीडीपीओ राजबीर खुंडिया, डीआरओ श्याम लाल व खण्ड़ विकास एवं पंचायत अधिकारी उपस्थित थे। समालखा के एसडीएम व मास्टर ट्रेनर अश्विनी मलिक को भी मीटिंग में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था।
चुनाव की महता और अधिकारियों का दायित्व बताया- उपायुक्त ने कहा कि प्रजातंत्र में चुनाव का अहम स्थान है, लेकिन उससे भी ज्यादा महत्व इस बात का है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होने चाहिएं। यह चुनाव कराने वाले अधिकारियों के दायित्व पर निर्भर करता है। सरकारी सेवा में चुनाव ड्यूटी एक पुनीत कार्य है, इसमें किसी प्रकार की कोताही या ढील का कोई स्थान नहीं।
चुनाव में ध्यान रखने योग्य बारीकीयां बताई- बैठक में उपायुक्त ने कहा कि पंचायत चुनाव के सभी रिटर्निंग व सहायक रिटर्निंग अधिकारी आज से ही अपना काम शुरू कर दें। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की लिस्ट तैयार कर लें। बीसी-ए का डाटा तैयार रखें, उसी के आधार पर ड्रा होना है। डीडीपीओ की ओर से जिला परिषद का नोटिस निकाला जाना है। तैयारियां अच्छी होंगी तो, मतदान भी ज्यादा से ज्यादा होगा। सबसे जरूरी है चुनाव की निर्देशिका या किताब जरूर पढ़े। अगले तीन दिन सभी एआरओ अपने-अपने बूथों की विजिट कर लें। आर.ओ. भी अपने एरिया में जाकर कुछ बूथ अवश्य चैक करें। प्रत्येक बूथ पर दिव्यांगों के लिए रैम्प, पीने का पानी, शौचालय और बुजुर्गों के बैठने के लिए जगह होनी चाहिए। किसी बूथ पर कोई मरम्मत का काम है तो उसे करवा लें। काउटिंग सेंटर बूथ के पास ही बनाएं। डिजीटल युग है, उसके ज्ञान से जुडक़र अपने काम को आसान बनाएं, व्हाट्सएप ग्रुप बना लें। डिजीटली वोटर लिस्ट तैयार करें। अधिकारी स्वयं संवेदनशील होकर अपने अधिनस्थ को सैंसेटाईज करें। सभी आर.ओ. के पास अपने-अपने एरिया का फिजिकल मैप और बूथों की संख्या होनी चाहिएं। सभी जरूरी जानकारी एक डायरी में अपने साथ रखें। सभी आर.ओ. अपने पास रिजर्व स्टाफ भी रखें।
बता दें कि चुनाव में उपायुक्त जिला निर्वाचन अधिकारी हैं तथा डीडीपीओ उप जिला निर्वाचन अधिकारी हैं। इसी प्रकार सम्बंधित एसडीएम अपने-अपने खण्ड़ के निर्वाचन अधिकारी रहेंगे, जबकि मूनक खण्ड़ के आर.ओ. अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम, कुंजपुरा खण्ड़ के आर.ओ. एचएसवीपी के ई.ओ, नीलोखेड़ी के आर.ओ. एमडी शुगरमिल तथा निसिंग व चिड़ाव के आर.ओ. नगराधीश मयंक भारद्वाज को बनाया गया है, इन दोनो खंडों के आरओ अलग-अलग भी हो सकते हैं। सभी बीडीपीओ सहायक निर्वाचन अधिकारी रहेंगे। बूथों पर स्कूल के प्राचार्य या लेक्चर्र नामांकन के आरओ रहेंगे।
ई.वी.एम. को लेकर तैयारियां पूछी- मीटिंग में उपायुक्त ने डीडीपीओ से ईवीएम को लेकर तैयारियां पूछी। डीडीपीओ ने बताया कि पंचायत चुनाव को लेकर जिला में 889 बूथ हैं, नियमानुसार इनसे तीन गुणा यानि 2667 ईवीएम होनी चाहिएं। जिला में करीब 3100 कंट्रोल यूनिट और करीब इतनी ही बैलेट यूनिट हैं। सभी मशीनो की फस्ट लेवल चैकिंग करवा ली गई है। ईवीएम ट्रेनिंग के लिए आईटीआई के अनुदेशक ड्यूटी पर रहेंगे। उन्होंने बताया कि सरपंच, पंचायत समीति या जिला परिषद के चुनाव ईवीएम से कराए जाएंगे, जबकि पंचों के चुनाव बैलेट पेपर से होंगे।
वोटरों की बताई संख्या- डीडीपीओ राजबीर खुंडिया ने जानकारी दी कि पंचायत चुनाव को लेकर वर्तमान में जिला में वोटरों की संख्या 7 लाख 58 हजार 359 है। इनमें 4 लाख 1 हजार 771 पुरूष तथा 3 लाख 56 हजार 580 महिला वोटर शामिल हैं। अन्य वोटर/ट्रंासजेंडर की संख्या 8 है। जिला परिषद सदस्यों की संख्या 25 तथा सरपंचो की संख्या 395 है।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. योगेश कुमार तथा डीआईओ महीपाल सीकरी भी उपस्थित रहे।