क्रोना काल के दौरान अपने प्राण गँवाने वाले युवा समाज सेवी मनोज गौतम को (निफ़ा) की ओर से उनके जनम दिवस के अवसर पर पौधा रोपण कर याद किया गया।
करनाल 13 जुलाई ( पी एस सग्गू)
कोविड की दूसरी लहर में अपने प्राण गँवाने वाले करनाल के युवा समाज सेवी व कवि-लेखक मनोज गौतम को आज नैशनल इंटेग्रेटेड फ़ोरम आफ़ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्टस (निफ़ा) की ओर से उनके जनम दिवस के अवसर पर पौधा रोपण कर याद किया गया। पौधा रोपण की शुरुआत राजबीर संधु ने की ओर उसके बाद कुल 15 पौधे लगाए गए। उल्लेखनीय है कि अपनी क्रांतिकारी विचारधारा ओर ओजस्वी कविताओं के लिए करनाल के साहित्य जगत में एक विशेष पहचान बनाने वाले मनोज गौतम निफ़ा के प्रेस सचिव भी थे। निफ़ा के संस्थापक अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने बताया कि मनोज गौतम देश व समाज की बेहतरी के लिए निरंतर प्रयास रत एक यूथ लीडर था ओर उसमें समाज को अपनी लेखनी के माध्यम से सही रास्ता दिखाने की ग़ज़ब क्षमता थी। धर्म के नाम पर भारत व पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद पर उनकी लिखी पंक्तियों
“दिल मिलने को बेक़रार है
इस पार भी उस पार भी।
कुछ धर्म के ठेकेदार हैं
जो बने हुए दिवार हैं
इस पार भी, उस पार भी”
करोना संकट के समय सभी को हौंसला देते हुए मनोज ने एक कविता लिख़ी थी
समय कठिन है कट जाएगा
गम का बादल छंट जाएगा
शक्ति जगा अपने भीतर की
दुख जीवन से हट जाएगा
लेकिन इन विचारों ओर कविताओं को अपने साथ लेकर मनोज गौतम कोविड की दूसरी लहर में करोना से प्रभावित हुआ ओर इस संसार से चला गया। निफ़ा की करनाल टीम के सदस्यों ने आज रमेश नगर स्थित पार्क में मनोज गौतम की याद में पौधे लगाए ओर पर्यावरण को बचाने का संकल्प लिया। ज़िला सचिव हितेश गुप्ता ने कहा कि मनोज गौतम ने जीवित रहते हुए रक्त दान व पौधा रोपण को हमेशा प्रोत्साहित किया जहां उनके मार्गदर्शन में अनेक स्थानों पर पौधे लगाए गए वहीं इंद्री में उन्होंने अनेक रक्त दान शिविरों का आयोजन किया। पौधा रोपण कर मनोज गौतम को श्रधांजलि देने वालों में अरविंद संधु, सतिंदर गांधी, वरुण कश्यप, मुकेश शर्मा, सनी अरोड़ा, मयंक, अजय, नमन, सिद्धार्थ, अनमोल, अभिषेक, दीपाली
व खुशी शामिल रहे।