करनाल से जुड़े भृष्टाचार के सभी मामलों की सीबीआई से जांच करवाएं;त्रिलोचन
मुख्यमंत्री को पत्र लिख कहा विजिलेंस सरकार के अधीन इस लिये निष्पक्षता का भरोसा नही
सरकार बचा सकती है अपने खास अफ़सरो को
करनाल 15 मार्च ( पी एस सग्गू)
कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से करनाल में भ्र्ष्टाचार के मामलों की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है।उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कहा कि डीटीपी और तहसील की जांच कर रहे विजिलेंस अफसर बेशक ईमानदार हो लेकिन यह महकमा आपके अधीन है इस लिये अफसरो को बचाने के लिये जांच करवा रहे अफ़सरो को बदला जा सकता है। जांच भी दवाई जा सकती है।उन्होंने कहा कि विजिलेंस के एसपी राजेश फोगाट तथा एसएचओ सचिन कुमार की टीम ने डीटीपीओ विक्रम कुमार को गिरफ्तार कर करोडो के भृष्टाचार को उजागर किया है यह सराहना के काबिल है।करनाल में जिस तरह से तहसीलदार की गिरफ्तारी हुई।उसके बाद कई बड़े खुलासे हुए है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी वह व्यक्तिगत रूप से मिल कर तथा पत्र लिख कर के भृष्टा चार के मामले उठाता रहे है। यह मामला दो अफ़सरो तक ही सीमित नही है।बड़े अफसरो राजनेताओं सत्ता के दलालों तक इसके तार जुड़े हुए है।आपने कभी इनके खिलाफ संज्ञान नही लिया।करनाल में आपके कार्यकाल में कुत्तों की नसबंदी से लेकर फर्जी प्रोपर्टी आईडी,निर्माण काल मे घटिया सामग्री का प्रयोग ,ट्रैफिक लाइट, स्मार्ट सिटी में ठेकेदारों से रिश्वत बसूली,फर्जी एनओसी डीटीसी द्वारा उगाही,पानी की निकासी ,के साथ कई बड़े मामले रहे।नगरनिगम,तहसील, आरटीओ,स्मार्ट सिटी ,आबकारी विभाग भृष्ट अफसरो की चारागाह बन चुके है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के एस ई दीपक खिंगर और उसके सहायक विकास के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में केस दर्ज हो गया है।विकास को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।अभी और खुलासे हो रहे है। आप ने कभी इस तरफ ध्यान नही दिया।आपने भृष्ट अफ़सरो को बचाया।करनाल त्राहि त्राहि कर उठा है।आप को भले ही बीजेपी नेता बेशक ईमानदार कहते हो लेकिन आप भृष्ट अफ़सरो के खिलाफ नरम क्यो है।आपसे निवेदन है कि सभी मामलों की जांच सीबीआई से करवाने की कार्रवाई करे।अन्यथा करनाल के लोग आंदोलन करेंगे।आज जब नए खुलासे हो रहे है।तो आप भी करनाल को भृष्टाचार मुक्त करने में अहम रोल निभाएंगे।अभी भी सरकार के विजिलेंस विभाग पर लोगो को भरोसा नही है सरकार के अधीन होने के कारण अपने लोगो को क्लीन चिट देने के लिये कुछ भी सरकार कर सकती है।दो माह पहले उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ डीसी निशांत यादव एसपी गंगाराम पूनिया ,नगर निगम आयुक्त मनोज कुमार से मिल कर भृष्ट अफ़सरो के बारे में जानकारी दी थी आपने तथा इन अफ़सरो ने ध्यान नही दिया ।