निवर्तमान डीसी निशांत कुमार यादव को उपायुक्त कार्यालय के स्टाफ ने दी भावपूर्ण विदाई, सीटीएम मयंक भारद्वाज और डीडीपीओ राजबीर खुंडिया भी रहे मौजूद।
करनाल में करीब साढे 4 साल सरकारी सेवाकाल को निशांत कुमार यादव ने बताया सुअवसर।
करनाल 9 फरवरी( पी एस सग्गू)
करनाल उपायुक्त कार्यालय की ओर से बुधवार को निवर्तमान उपायुक्त निशांत कुमार यादव को भावपूर्ण विदाई दी गई। रूख्सत होने से पहले लघु सचिवालय के सभागार में एकत्रित अधिकारी व कर्मचारियों से रूबरू होते उन्होंने कहा कि करनाल में बतौर उपायुक्त करीब 25 माह काम करने का जो सुअवसर मिला, उसे वे सदैव याद रखेंगे। इस दौरान कोविड जैसी चुनौतियां भी आई और उनसे निपटते काफी कुछ सीखने को मिला। उन्होंने कहा, हालांकि करनाल में उन्हें करीब साढे 4 साल अलग-अलग पदों पर काम करने का मौका मिला, जो उनके लिए भविष्य के सेवाकाल में अहम रहेगा और कहा कि करनाल से जो लगाव हुआ वह उनके जहन में बस गया है। उन्होंने एकत्रित अधिकारी व कर्मचारियों के सहयोग कि यह कहकर सराहना की कि रोजाना की पब्लिक डिलिंग में अधिकारी व कर्मचारियों की शिकायतें न के बारबर रही और उम्मीद जताते कहा कि वे भविष्य में भी इसी तरह से काम करते रहें।
विदाई पार्टी में डीडीपीओ राजबीर खुंडिया ने निवर्तमान उपायुक्त की कार्यशैली और उनके कार्यकाल में करनाल की हुई विकासात्मक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। नगराधीश मयंक भारद्वाज ने उपायुक्त कार्यालय के स्टाफ की ओर से एक यादगारी चिन्ह दिया। डीआईपीआरओ कृष्ण कुमार आर्य व एआईपीआरओ रघुबीर सिंह ने भी करनाल के विकास में जो-जो काम हुए उन्हें उपायुक्त निशांत कुमार यादव की उल्लेखनीय उपलब्धियां बताया। सभागार में मौजूद, माता-पिता भरण-पोषण और वरिष्ठï नागरिक कल्याण अधिनियम-2007 की एपीलेट ट्रिब्यूनल के सदस्य लाजपत राय चौधरी ने भी विदाई अवसर पर, उपायुक्त के काम-काज और उनके द्वारा लिए जाने वाले त्वरित निर्णयों की प्रशंसा कर उन्हें एक अतिकुशल अधिकारी बताया और सरकार के आदेशों से गुरूग्राम में बतौर उपायुक्त नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दी।
विदाई पार्टी में डीडीपीओ राजबीर खुंडिया ने निवर्तमान उपायुक्त की कार्यशैली और उनके कार्यकाल में करनाल की हुई विकासात्मक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। नगराधीश मयंक भारद्वाज ने उपायुक्त कार्यालय के स्टाफ की ओर से एक यादगारी चिन्ह दिया। डीआईपीआरओ कृष्ण कुमार आर्य व एआईपीआरओ रघुबीर सिंह ने भी करनाल के विकास में जो-जो काम हुए उन्हें उपायुक्त निशांत कुमार यादव की उल्लेखनीय उपलब्धियां बताया। सभागार में मौजूद, माता-पिता भरण-पोषण और वरिष्ठï नागरिक कल्याण अधिनियम-2007 की एपीलेट ट्रिब्यूनल के सदस्य लाजपत राय चौधरी ने भी विदाई अवसर पर, उपायुक्त के काम-काज और उनके द्वारा लिए जाने वाले त्वरित निर्णयों की प्रशंसा कर उन्हें एक अतिकुशल अधिकारी बताया और सरकार के आदेशों से गुरूग्राम में बतौर उपायुक्त नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दी।