निफ़ा ने अपनी स्थापना के 21 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक पखवाड़े के लिए शुरू के कार्यक्रम के तहत केयर क्लास के बच्चों को स्कूल ड्रेस दी
करनाल 22 सितंबर (पी एस सग्गू)
करनाल की वर्ल्ड लेवल पर जानी मानी सामाजिक संस्था नैशनल इंटेग्रेटेड फ़ोरम आफ़ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्टस (निफ़ा) ने अपनी स्थापना के 21 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक पखवाड़े के लिए शुरू किये कार्यक्रमों के दूसरे दिन आज केयर क्लास के बच्चों को स्कूल की नई ड्रेस दी गई। इस से पूर्व समाज सेवी व ओपीएस जेवेलेर परिवार से ममता बंसल ने बच्चों के बैठने के लिए नए बैंच भी भेंट किए जिन्हें पाकर बच्चे बेहद खुश हुए। निफ़ा के संरक्षक श्रवण शर्मा, निफ़ा झारखंड के प्रधान कुंदन तिवारी ने अपने हाथों से सभी बच्चों को उनकी नई स्कूल ड्रेस दी जिन्हें पाकर बच्चे उत्साह से भर गए। नरसी विला के साथ की झुग्गी झोपड़ियों में निफ़ा द्वारा विगत लगभग 9 वर्षों से दून इंटर्नैशनल स्कूल के सहयोग से केयर क्लास चलाई जा रही है जिनमे बच्चों को पढ़ाने का काम निफ़ा द्वारा किया जाता है व इसके लिए बाक़ायदा चंदन कुमार को अध्यापक के रूप नियुक्त किया गया हैं ओर परीक्षा लेने के बाद प्रमाण पत्र दून स्कूल द्वारा जारी किए जाते हैं। बच्चों को शिक्षा के साथ साथ खेल कूद व सांस्कृतिक गतिविधियों में भी प्रोत्साहित किया जाता है। आज भी केयर क्लास के विध्यर्थियों ने कविता व गीत सुनाए जिनमे हिमांशु, जिया, सूरज, आकाश, बुलबुल, अविनाश, प्रीति, इंदरजीत, अशोक, ख़ुशबू, श्वेता, रागिनी, सुमित व सुधांशु शामिल रहे। स्कूल ड्रेस वितरित करने के बाद झारखंड से आए कुंदन तिवारी ने बच्चों से भोजपुरी भाषा में बात की ओर उन्हें पढ़ लिख कर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कुंदन ने सभी बच्चों को कहा कि उनके माता पिता बिहार से यहाँ इस लिए आए हैं ताकि दो वक़्त की रोटी का जुगाड़ कर सकें ओर अब यह उनकी ज़िम्मेदारी है कि पढ़ लिखकर जीवन में कुछ बने ओर अपने माँ बाप के सपनो को साकार करें। श्रवण शर्मा ने बच्चों को बताया कि उनके केयर क्लास का संचालन करने वाली संस्था निफ़ा अब 21 वर्ष की हो गई है। उन्होंने बच्चों को अपने जीवन के लक्ष्य निर्धारित करने व उन्हें हासिल करने के लिए दिल से मेहनत करने की सलाह दी ताकि वो इस अभाव की ज़िन्दगी से बाहर आ सकें। इस अवसर पर बच्चों की ख़ुशी में शामिल होने वालों में निफ़ा के ज़िला सचिव हितेश गुप्ता, मनिंदर सिंह, सुशील बांगड, कपिल शर्मा व चंदन कुमार प्रमुख रहे।