प्रधानमंत्री बताएँ 40 रू गेहूं व 12 रू गन्ने का भाव बढ़ाने से किसानों की आमदनी दोगुना कैसे होगी – इन्दरजीत सिंह गोराया
करनाल14 सितम्बर(पी एस सग्गू)
करनाल कांग्रेस पार्टी के किसान नेता इन्दरजीत सिंह गोराया ने ज़िला कोर्ट परिसर करनाल में पत्रकारों से बातचीत करते हुवे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले 7 साल से कह रहे हैं की 2022 तक किसानों की आमदन दोगुना हो जायेगी यह वादा भी सिर्फ़ जुमला साबित होने जा रहा है क्योंकि सरकार ने आगामी 2022 की फसलों के भाव में बहुत कम बडौतरी की है इस वर्ष गन्ना के भाव में मात्र 12 रू व सात साल में भाव मात्र 52 रू बढ़ावा है व इसी प्रकार गेहूं के भाव में हर वर्ष 3 प्रतिशत से भी कम वृद्धि की गई है जबकि इस दौरान खेती का खर्च दोगुना से ज़्यादा बड़ा है जिससे किसानों की आमदनी प्रतिवर्ष कम हो रही है खेती निरंतर घाटे का सौदा साबित हो रही है जिस वजह से किसान निरंतर क़र्ज़े के बोझ में दबा जा रहा है जिससे जीवन व्यापन दूभर हो गया है जिस कारण हर वर्ष आत्महत्या का आँकड़ा बड़ रहा है जो की चिंता का विषय है उन्होंने कहा बीजेपी सरकार अगर किसानों के प्रति जरा सी भी संजीदा होती तो वह चुनाव पूर्व किए गये वायदे अनुसार स्वामीनाथन कमीशन की सिफ़ारिशों मुताबिक़ फ़सल भाव दे देती तो सात सालों में किसान आर्थिक तौर पर अपने पाँव पर खड़े होने में सक्षम हो सकता था जो सरकार ने नहीं होने दिया गोराया ने कहा कि सरकार
किसानों की क़ीमत पर पूंजीवाद को बढ़ावा देने वाली नीतियाँ व क़ानून किसानों पर थोप रही है जिससे सरकार के प्रति अविश्वास बढ़ रहा है जिसका उदाहरण किसान आंदोलन के रूप में सरकार के सामने है। सरकार को चाहिए कि वह गेहूं के भाव में 40 की बजाये 400 रू प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी करें तथा इसी हिसाब से अन्य फसलों का भाव बढ़ाने का कार्य कर किसान आंदोलन को सम्मान की दृष्टि से देख कर इन समस्याओं का शांतिपूर्ण व तर्क संगत हल करे इस दौरान अधिवक्ता गुरतेज सिंह.विकास सधूँ प्रदीप कम्बोज सहित अन्य वकील भी उपस्थित रहे