करनाल के किसान आंदोलन में हुए समझौते का श्रेय राजनेता ना ले-त्रिलोचन
समझौते का श्रेय किसानों,प्रशानिक, व पुलिस अफ़सरो को जाता है
करनाल,14 सितम्बर(पी एस सग्गू)
,करनाल कांग्रेस के जिला संयोजक व हरियाणा अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व प्रधान स. त्रिलोचन सिंह ने कहा है कि करनाल में किसानों तथा सरकार के बीच हुए समझौते का श्रेय राजनीतिक दल,अन्य संगठन तथा राजनेता ना ले।इसके लिए बीजेपी नेता मंत्री भी श्रेय न ले।यदि यह लोग प्रयास करते तो पहले ही समझौता हो जाता।इसके लिये श्रेय देना है तो आयुक्त संजीव वर्मा,आईजी ममता सिंह,डीसी निशांत यादव,एसपी गंगाराम पूनिया तथा अंत मे एसीएस देवेंद्र सिंह के साथ किसान नेताओ और किसानों को दे।उन्होंने कहा कि सात सितंबर से किसानों किसान नेताओ , आईजी ममता सिंह डीसी निशांत यादव,एसपी गंगा राम पूनिया,तथा प्रशासनिक तथा पुलिस अफसरों कर्मचारियों ने जिस तरह से संयम और सोहाद्र का परिचय दिया उससे किसी भी पक्ष के दिल मे खटास नही आ पाई।इस प्रकरण में प्रशासन और पुलिस के साथ किसानों की भूमिका सराहनीय रही।अब मामला समाप्त होने के बाद जो नेता मंत्री श्रेय ले रहे है वह गलत है। हर मामले में श्रेय लेना गलत है।किसानों ने बड़े दिल का परिचय दिया है।वह बधाई के पात्र है। कांग्रेस नेता त्रिलोचन सिंह ने कहा कि करनाल शहर में प्रशासन सराहनीय भूमिका निभाई है।डीसी एसपी ने भी मामलों को सुलझाने में मेहनत करते रहे है।उन्होने कहा कि व किसानों और सरकार के बीच समझौते के लिये आयुक्त संजीव वर्मा,आईजी ममता सिंह, डीसी निशांत यादव,एसपी गंगा राम पूनिया,एसीएस देवेंद्र सिंह के मातहत अफ़सरो तथा सभी किसान संगठनों ने समझौते के लिये मेहनत की है। इसके लिये उन्होंने सभी पक्षो को बधाई दी।