21 साल में राज बदला चेहरे बदले पर नहीं रुका करनाल में केवल घोटाला
21 सालों से लगातार चल रहा है केवल घोटाला अब तक सरकार को केबल ऑपरेटरों ने अरबों का चूना लगाया
करनाल 5 जुलाई ( पी एस सग्गू)
हरियाणा में पिछले 21 सालों से कई राज बदले ,चेहरे बदले, मुख्यमंत्री बदले पर करनाल में पिछले 21 सालों से चल रहे केवल घोटालों को आज तक किसी ने नहीं रोका इस केवल घोटाले में अब तक सरकार व हरियाणा की जनता को करनाल केवल घोटाले से अरबों रुपए का चूना लग चुका है पर अभी तक इस घोटाले को रोकने के लिए ना तो कोई मुख्यमंत्री ना ही कोई सरकार ना ही किसी अधिकारी ने कोई ठोस कार्रवाई की है सिर्फ करनाल की जनता को लगातार लूटा जा रहा है हरियाणा में जिस पार्टी की सत्ता आई व मुख्यमंत्री का जिस विधायक पर आशीर्वाद रहा उसी का केबल नेटवर्क पर कंट्रोल रहा गौरतलब है की 2000 से करनाल में सिटी केबल नाम से केवल ऑपरेटर का काम शुरू हुआ था तो उस समय के विधायक जे पी गुप्ता के भतीजे योगेश गुप्ता सिटी केबल के मालिक हुआ करते थे उस समय हरियाणा में इनेलो की सरकार थी व करनाल से जेपी गुप्ता आजाद विधायक थे और उन्होंने इनेलो को समर्थन दिया था करनाल के विधायक पर उस समय हरियाणा के मुख्यमंत्री का आशीर्वाद था तो केवल नेटवर्क भी विधायक ने अपने भतीजे के जरिए कंट्रोल अपने हाथ में रखा तब से केवल घोटाला शुरू हुआ था उसके बाद 2005 में करनाल से काग्रेस की टिकट पर सुमिता सिंह विधायक बनी तो सिटी केबल का नाम बदलकर बालाजी केबल रखा गया और सुमिता सिंह के परिवार व नगर निगम की मौजूदा मेयर रेनू बाला गुप्ता के परिवार का केवल नेटवर्क पर कबजा रहा उसके बाद 2009 में चुनाव आ गए व कांग्रेसी टिकट दोबारा सुमिता सिंह को मिली सुमिता सिंह को टक्कर देते हुए हजका की टिकट पर जयप्रकाश गुप्ता मैदान में आ गए तो उस समय जयप्रकाश गुप्ता के भतीजे योगेश गुप्ता ने केवल नेटवर्क पर अपना कब्जा जमाने के लिए सुमिता सिंह के साथ गुप्त समझौता किया इस समझौते के तहत योगेश गुप्ता को केवल नेटवर्क पर चाहिए था जिसके बदले में उन्होंने अपने चाचा जयप्रकाश गुप्ता को हराने का काम किया इन चुनावों में जयप्रकाश गुप्ता हार गए ओर कुछ वोटों के अंतर से सुमिता सिंह विधायक बनी तो समझौते के तहत केवल नेटवर्क पर योगेश गुप्ता का कब्जा हो गया जहां से सुमिता सिंह व बृज गुप्ता का केवल नेटवर्क को लेकर मनमुटाव हो गया तो सुमिता सिंह ने अपने प्रभाव बृज गुप्ता को केवल नेटवर्क से पूरी तरह बाहर कर दिया ओर करनाल में केबल नेटवर्क चलाने पर पूरी तरह रोक लगा दी तो उस समय ब्रिज गुप्ता करनाल को छोड़कर दूसरे शहर चले गए उनके जाने के बाद सुमिता सिंह ने योगेश गुप्ता को भी केवल नेटवर्क से हटाकर केवल नेटवर्क पर अपने परिवार का पूरा कब्जा करवा दिया पर घोटाला उसी तरह चलता रहा उस समय करनाल में बालाजी व तेज नाम से केवल नेटवर्क चल रहा था समय-समय पर केबल नेटवर्क के नाम बदले ,कब्जा धारी बदले पर घोटाले उसी तरह लगातार जारी रहे करनाल की जनता को लगातार लूटा जाता रहा उसके बाद 2013 में रेनू बाला गुप्ता को बीजेपी व इनेलो ने मिलकर करनाल नगर निगम की मेयर बनाया उस समय रेनू बाला गुप्ता को कैलाश गोयल टक्कर दे रहे थे व मेयर पद के दावेदार माने जा रहे थे कैलाश गोयल कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला के खासम खास थे पर उनको कांग्रेस नेताओं की आपसी खींचातानी ने हरा दिया और रेनू बाला गुप्ता समय के मौजूदा कांग्रेसी मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से करनाल की पहली महिला नगर निगम मेयर बनी उसके बाद ही रेनू बाला गुप्ता के परिवार ने केवल नेटवर्क पर अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया पर 2014 में करनाल से मनोहर लाल बीजेपी की टिकट से विधायक बने व उसके बाद मनोहर लाल मुख्यमंत्री बन गए करनाल विधायक के आशीर्वाद से सिटी केबल नेटवर्क का कंट्रोल कुछ समय के लिऐ करनाल के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कृष्ण गर्ग के पास चला गया पर घोटाला उस समय भी नहीं रुका समय की नजाकत को देखते हुए कुछ समय बाद ही रेनू बाला गुप्ता बीजेपी में शामिल हो गई व दोबारा से सिटी केबल व अन्य केवल पर अपना कंट्रोल बना लिया तब से लेकर अब तक रेनू बाला गुप्ता के परिवार का ही करनाल की सभी केबल नेटवर्क पर कंट्रोल है व रेनू बाला गुप्ता पर करनाल से विधायक व हरियाणा के मुख्यमंत्री का आशीर्वाद है इसलिए लगातार केवल नेटवर्क घोटाला चलता आ रहा है इस समय करनाल में तकरीबन आधा दर्जन केबल नेटवर्क चल रहा है जिन पर रेनू बाला गुप्ता के परिवार का पूरी तरह कब्जा है नगर निगम ने केवल ऑपरेटरों की केवल चलाने के लिए नगर निगम की जमीन पर 198 खंबे लगाए हुए हैं हर खंबे का किराया प्रति वर्ष ₹500 निर्धारित किया गया है पर नगर निगम पिछले 7 सालों से अब तक सिर्फ केवल ऑपरेटरों से ₹198000 ही वसूल कर पाई है नगर निगम के अधिकारियों ने केबल ऑपरेटरों पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की पिछले 7 साल का रिकॉर्ड मांगने पर नगर निगम के अधिकारियों ने रिकॉर्ड देने से मना कर दिया है पिछले 21 सालों में मुख्यमंत्री का जिस पर आशीर्वाद रहा उसी का केबल नेटवर्क पर कबजा रहा व केवल नेटवर्क पर लगातार घोटाला चलता आ रहा है करनाल की जनता को लूटा जा रहा है इस घोटाले में करनाल के कुछ मीडिया से जुड़े लोग भी शामिल हैं नगर निगम हाउस की मीटिंग में इस मुद्दे को लेकर कई बार पूर्व पार्षद भाग सिंह व मौजूदा पार्षद बलविंदर सिंह ने भी आवाज उठाई है पर उनकी आवाज को कहीं ना कहीं दबा दिया जाता है घोटाला लगातार जारी है इस घोटाले से हरियाणा सरकार व करनाल नगर निगम को अब तक अरबों रुपए का चूना लग चुका है हरियाणा में जिस पार्टी की सत्ता रही वnजिस पर मुख्यमंत्री व विधायक का आशीर्वाद रहा उन्हीं का केवल नेटवर्क रहा है 21 सालों से हरियाणा राजनीति में कई चेहरे बदले कई मुख्यमंत्री बदले कई विधायक बदले पर करनाल से केवल नेटवर्क घोटाला नहीं रुका इससे साफ जाहिर है कि सत्ता पक्ष के लोग ही घोटाले करवाते हैं व सत्ता पक्ष व विपक्ष दोनों मिलकर मोटी मलाई खाते हैं बोलने वाला कोई नहीं है जनता को मूर्ख बनाया जा रहा है लोगों के पैसों की लूट की जा रही है कोई पूछने वाला नहीं है नगर निगम के अधिकारी सत्ता पक्ष के दबाव नीचे काम कर रहे हैं व सत्ता पक्ष के दबाव के नीचे ही फाइलों को खुर्द बूर्द कर दिया जाता है रिकॉर्ड जला दिए जाते हैं पर घोटाले उसी तरह लगातार जारी है अब करनाल का रखवाला तो भगवान ही होगा क्योंकि सभी राजनीतिक लोग इस घोटाले में मलाई खा रहे है