हरियाणा की सिख संगत को बधाई व बहरूपियों से सावधान रहने की अपील-एडवोकेट अंग्रेज सिंह पन्नु, गुरदीप सिंह रम्बा
करनाल 22 सितंबर ( पी एस सग्गू)
आज हरियाणा सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कर्मठ व निष्ठावान कार्यकताओं की एक अहम मीटिंग मानव सेवा संघ करनाल में हुई जिसकी अध्यक्षता हरियाणा के युवा सिक्ख नेता अंग्रेज सिंह पन्नु एडवोकेट व गुरदीप सिंह रम्बा ने की। मीटिंग में हरियाणा सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को संवधानिक व कानूनी हक सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए जाने पर हरियाणा की समूह सिक्ख संगत को बधाई दी है व लड्डु बांटकर खुशी का इजहार किया गया। इस मौके पर एडवोकेट अंगे्रज सिंह पन्नु व गुरदीप सिंह रम्बा ने संयुक्त ब्यान में कहा कि आज मीटिंग में करनाल जिले के वो निष्ठावान कार्यकर्ता आए हैं जिन्होंने 20-20 साल से हरियाणा की अलग कमेटी के लिए सडक़ों पर लड़ाई लड़ी और जिनके त्याग के आगे हमारा सिर झुकता है और कहा हरियाणा सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की नींव महरूम बापू हरबंस सिंह डाचर, जगदीश सिंह झिण्डा, दीदार सिंह नलवी आदि ने रक्खी और हमने अपने इन लीडरों की कमान में रहकर सडक़ से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक एतिहासिक लड़ाई लड़ी और गुरु साहिब की कृपा से जीत हासिल की।
इस मौके पर दलविन्द्र सिंह मट्टू पुर्व सरपंच रूखसााना ने कहा कि तत्कालीन हुड्डा सरकार ने जुलाई 2014 में हरियाणा की अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रस्ताव विधानसभा में पास किया था जिसे शिरोमणी कमेटी अमृतसर ने सुप्रीमकोर्ट में चुनौती दी थी। 20 सितम्बर 2022 को सर्वोच्च न्यायालय ने शिरोमणी कमेटी अमृतसर की चुनौती को खारिज करते हुए हरियाणा के सिक्खो को उनका संवधानिक हक दिया। हम तत्कालीन हुड्डा सरकार का भी धन्यवाद करते हैं और मौजूदा हरियाणा सरकार का भी शुक्रिया करते हैं और उनसे आग्रह करते हैं हरियाणा के गुरुद्वारों को प्रबंध बिना किसी लड़ाई-झगड़े के उन्हें दिलवाया जाए।
इस मौके पर तीनों नेताओं ने एकमत से कहा कि अब हरियाणा कमेटी कानुनी रूप से मान्यता प्राप्त कर चुकी है परन्तु कुछ फसली बटेरे फसल पकने पर आ जाते हैं उनसे संगत सुचेत रहे, क्योंकि जो नया अकालीदल हरियाणा में बना है वह फसली बटेरों की टीम है उनका कोई भी योगदान हरियाणा की अलग कमेटी बनाने में नहीं रहा। इसके विपरीत भुपिन्द्र सिंह असन्ध, व कंवलजीत अजराना जैसे लोग हरियाणा की अलग कमेटी बनाने वाले लोगों पर शिरोमणी कमेटी टास्क फोर्स द्वारा हथियारों से हमला करवाते रहे हैं आज किस मुंह से हरियाणा की अलग कमेटी की बधाईयां दे रहे हैं।
इस मौके पर स. गुरनाम सिंह, बाबा लक्खा सिंह कीला, महिन्द्र सिंह शिगारी, अमरीक सिंह, स. गुरशरण सिंह, स. गुरदीप सिंह सन्धू, हरजीत सिंह, मनजीत सिंह, कुलदीप सिंह, अमरजीत सिंह चूरनी, अमन सिंह अमुपुरिया, बलकार सिंह, बाबा दया सिंह, जगजीत सिंह, मेहताब सिंह व नवदीप सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
इस मौके पर दलविन्द्र सिंह मट्टू पुर्व सरपंच रूखसााना ने कहा कि तत्कालीन हुड्डा सरकार ने जुलाई 2014 में हरियाणा की अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रस्ताव विधानसभा में पास किया था जिसे शिरोमणी कमेटी अमृतसर ने सुप्रीमकोर्ट में चुनौती दी थी। 20 सितम्बर 2022 को सर्वोच्च न्यायालय ने शिरोमणी कमेटी अमृतसर की चुनौती को खारिज करते हुए हरियाणा के सिक्खो को उनका संवधानिक हक दिया। हम तत्कालीन हुड्डा सरकार का भी धन्यवाद करते हैं और मौजूदा हरियाणा सरकार का भी शुक्रिया करते हैं और उनसे आग्रह करते हैं हरियाणा के गुरुद्वारों को प्रबंध बिना किसी लड़ाई-झगड़े के उन्हें दिलवाया जाए।
इस मौके पर तीनों नेताओं ने एकमत से कहा कि अब हरियाणा कमेटी कानुनी रूप से मान्यता प्राप्त कर चुकी है परन्तु कुछ फसली बटेरे फसल पकने पर आ जाते हैं उनसे संगत सुचेत रहे, क्योंकि जो नया अकालीदल हरियाणा में बना है वह फसली बटेरों की टीम है उनका कोई भी योगदान हरियाणा की अलग कमेटी बनाने में नहीं रहा। इसके विपरीत भुपिन्द्र सिंह असन्ध, व कंवलजीत अजराना जैसे लोग हरियाणा की अलग कमेटी बनाने वाले लोगों पर शिरोमणी कमेटी टास्क फोर्स द्वारा हथियारों से हमला करवाते रहे हैं आज किस मुंह से हरियाणा की अलग कमेटी की बधाईयां दे रहे हैं।
इस मौके पर स. गुरनाम सिंह, बाबा लक्खा सिंह कीला, महिन्द्र सिंह शिगारी, अमरीक सिंह, स. गुरशरण सिंह, स. गुरदीप सिंह सन्धू, हरजीत सिंह, मनजीत सिंह, कुलदीप सिंह, अमरजीत सिंह चूरनी, अमन सिंह अमुपुरिया, बलकार सिंह, बाबा दया सिंह, जगजीत सिंह, मेहताब सिंह व नवदीप सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।