- हरियाणा की माटी में ही कुछ खास है-रितु नेगी
करनाल, 20 अक्तूबर (पी एस सग्गू)
आज यहां कर्ण स्टेडियम में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के हाथों तीन करोड़ का पुरस्कार पाकर गदगद हुई महिला कबड्डी टीम की कैप्टन रितु नेगी का कहना है कि हरियाणा की माटी में ऐसी उर्वरता है कि जिसकी कोख से ऐसे लाल निकलते हैं जो प्रदेश के साथ-साथ भारत का नाम दूसरे देशों में रौशन करते हैं। मुख्यमंत्री ने सही कहा है कि यहां के किसान, जवान और पहलवान तीनों धाकड़ हैं।
पानीपत के गांव बुड़शाम की बहू और सिरमौर जिला के शिलाई गांव की बेटी रितु नेगी हरियाणा की खेल नीति को देश की सर्वश्रेष्ठ नीति मानती हैं। उनका कहना है कि इस नीति के कारण ही आज हरियाणा भारत के अन्य राज्यों के मुकाबले पदकों की श्रेणी में अग्रणी रहता है। सरकार की खेल नीति युवा खिलाडय़िों के लिये भी काफी फायदेमंद साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि यदि युवा किसी भी क्षेत्र में लक्ष्य तय कर जी तोड़ मेहनत करे तो मंजिल को आसानी से पाया जा सकता है। एक प्रश्र पर कहा कि ओलंपिक में अभी कबड्डी को शामिल नहीं किया गया है। भविष्य में भी उनका प्रयास रहेगा कि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में और अधिक स्पर्ण पदक देश की झोली में डाले जायें।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में चीन में आयोजित एयिशन खेलों में कबड्डी टीम ने स्वर्ण पदक जीत कर राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है। महिला खिलाडिय़ों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में कहा कि कई बार अभिभावक उन्हें बाहर भेजने के लिये राजी नहीं होते। अभिभावकों को चाहिये कि वे अपने बच्चों को उनकी रूचि अनुसार आगे बढऩे का मौके दें और उसे हर संभव सहायता उपलब्ध करायें, बच्चे का मनोबल बढ़ायें। लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लडकों से कम नहीं हैं। जीवन में आगे बढऩे के लिये सबसे पहले परिवार का सहयोग जरूरी है।
एमए पास रितु नेगी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चार और राष्ट्रीय स्तर पर आठ स्वण पदक प्राप्त कर चुकी हैं। अनेक रजत व कांस्य पदक भी वे जीत चुकी हैं। उन्होंने वर्ष 2006-07 में स्कूल स्तर पर कबड्डी खेलना शुरू किया था। स्कूल के दौरान स्व. हीरा लाल ठाकुर और बाद में रतन लाल उनके कोच रहे हैं। इस समय वे सिकंदराबाद में रेलवे में नौकरी कर रही हैं। उनके पिता भवान सिंह सेवानिवृत मुख्य प्राथमिक शिक्षक रहे हैं। रितु नेगी में भविष्य में भी देश के लिये कुछ कर गुजरने बुलंद हौंसला है।
पानीपत के गांव बुड़शाम की बहू और सिरमौर जिला के शिलाई गांव की बेटी रितु नेगी हरियाणा की खेल नीति को देश की सर्वश्रेष्ठ नीति मानती हैं। उनका कहना है कि इस नीति के कारण ही आज हरियाणा भारत के अन्य राज्यों के मुकाबले पदकों की श्रेणी में अग्रणी रहता है। सरकार की खेल नीति युवा खिलाडय़िों के लिये भी काफी फायदेमंद साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि यदि युवा किसी भी क्षेत्र में लक्ष्य तय कर जी तोड़ मेहनत करे तो मंजिल को आसानी से पाया जा सकता है। एक प्रश्र पर कहा कि ओलंपिक में अभी कबड्डी को शामिल नहीं किया गया है। भविष्य में भी उनका प्रयास रहेगा कि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में और अधिक स्पर्ण पदक देश की झोली में डाले जायें।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में चीन में आयोजित एयिशन खेलों में कबड्डी टीम ने स्वर्ण पदक जीत कर राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है। महिला खिलाडिय़ों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में कहा कि कई बार अभिभावक उन्हें बाहर भेजने के लिये राजी नहीं होते। अभिभावकों को चाहिये कि वे अपने बच्चों को उनकी रूचि अनुसार आगे बढऩे का मौके दें और उसे हर संभव सहायता उपलब्ध करायें, बच्चे का मनोबल बढ़ायें। लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लडकों से कम नहीं हैं। जीवन में आगे बढऩे के लिये सबसे पहले परिवार का सहयोग जरूरी है।
एमए पास रितु नेगी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चार और राष्ट्रीय स्तर पर आठ स्वण पदक प्राप्त कर चुकी हैं। अनेक रजत व कांस्य पदक भी वे जीत चुकी हैं। उन्होंने वर्ष 2006-07 में स्कूल स्तर पर कबड्डी खेलना शुरू किया था। स्कूल के दौरान स्व. हीरा लाल ठाकुर और बाद में रतन लाल उनके कोच रहे हैं। इस समय वे सिकंदराबाद में रेलवे में नौकरी कर रही हैं। उनके पिता भवान सिंह सेवानिवृत मुख्य प्राथमिक शिक्षक रहे हैं। रितु नेगी में भविष्य में भी देश के लिये कुछ कर गुजरने बुलंद हौंसला है।