स्वैच्छिक रक्त दान को लेकर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन
रक्तदान के लिए जागरूक करने के लिए युवाओं ने निकाली करनाल में विशाल रैली
करनाल 27 फरवरी (पी एस सग्गू)
स्वैच्छिक रक्त दान को लेकर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन आज हरियाणा के खेल एवम् युवा निदेशक पंकज नैन के कर कमलों से हुआ। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहकर रक्त दान व अन्य सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय होने का संदेश दिया। करनाल पुलिस अधीक्षक के तौर पर अपने कार्यकाल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि करनाल उनका परिवार है व यहाँ आकर उन्हें सदा अच्छा लगता है। पंकज नैन ने देश भर में रक्त दान को लेकर निफा द्वारा चलाए जा रहे महा अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि रक्त की कमी को पूरा कर देश को आत्मनिर्भर बनाना हम सब को ज़िम्मेदारी है। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी जगमोहन आनंद ने लोहड़ी बेटी के नाम जैसे निफा के विभिन्न सामाजिक अभियानों का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह संस्था विगत दो से भी अधिक दशकों से समाज हित में लगी हुई है। युवा स्किल डेवलपमेंट में हरियाणा के मुख्यमंत्री के सलाहाकार व सेवानिवृत लेफ़्टिनेंट जनरल जे एस नैन ने कहा कि युद्ध भूमि में जब वो अपने साथी सैनिकों के ज़ख़्मी शरीर को अपने हाथों से उठाते थे और गर्म लहू हाथों से बहता था तो रक्त की महता समझ में आती थी।उन्होंने रक्त दान करने वाले व रक्त दान शिविर लगाने वाले रक्त नायकों को स्लाम किया। विशिष्ट अतिथि सिविल सर्जन डॉ योगेश शर्मा, लिबर्टी के निदेशक कनिष्क गुप्ता, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ प्रभजोत कौर, बुद्धा ग्रुप के निदेशक नीतीश गुप्ता ने भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होकर अपने विचार रखे।
इस से पहले सुबह के सत्र में हरियाणा के पूर्व एडीजीपी वी कामराज व करनाल की सीजीएम व ज़िला विधिक प्राधिकरण की सचिव जसबीर ने मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर युवाओं का मार्गदर्शन किया उनके साथ निफा संरक्षक डॉ लाजपत राय चौधरी, एस एम कुमार, पूर्व पार्षद अशोक खुराना, इंडिया रशिया कल्चरल सोसायटी के निदेशक मंगलम दुबे व समाज सेवी मदन लाल भार्गव विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। निफा के संस्थापक अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने बताया कि दो दिन के सम्मेलन में देश के 18 राज्यों से रक्त दान के क्षेत्र में कार्यरत युवाओं ने भाग लिए व उन्हें निफा की और से राष्ट्रीय रक्तनायक अवार्ड से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि निफा द्वारा देश की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पूरे देश में 75 दिन तक लगातार रक्त दान शिविर लगाए गए व 750 से ज़्यादा शिविर कर समाज को स्वैच्छिक रक्त दान के साथ जोड़ा गया। करनाल लोकसभा क्षेत्र में 75 दिन तक हररोज़ एक शिविर रहा। दो दिवसीय सम्मेलन में जहाँ इन सभी शिविरों के आयोजकों को राष्ट्रीय अवार्ड से नवाज़ा गया वहीं देश को रक्त की उपलब्धता में आत्म निर्भर बनाने की कार्ययोजना पर चर्चा हुई। साथ ही विशेष सहयोग के लिए गुरु नानक खालसा कॉलेज, डॉ गणेश दास बीएड महाविद्यालय, राजकीय कन्या महाविद्यालय व कुमारी विद्यावंती डीएवी महाविद्यालय व ज़िला रेड क्रॉस सोसायटी का विशेष सम्मान किया गया। मंच संचालन हरीश शर्मा, सुरेंद्र शास्त्री व दिलीप कुमार दुबे ने किया। निफा संयोजक एडवोकेट नरेश बराना, महासचिव डॉ अश्विनी शेट्टी, निदेशक प्रवेश गाबा, सह सचिव जसविंदर सिंह बेदी, प्रदेश अध्यक्ष श्रवण शर्मा, ज़िला प्रधान रणजीत सिंह गरेटा, ज़िला सचिव हितेश गुप्ता, महिला विंग से भारती भारद्वाज, शिव शर्मा, नोनीत वर्मा, मनिंदर सिंह, कपिल शर्मा, अरविंद संधु, मुकुल गुप्ता, मोहित शर्मा, जगतार सिंह, इंद्रजीत सिंह, आलमजीत पन्नु, कमलकांत धीमान, प्रिंस धानिया, दुर्गेश बराना, नवीन जैनपुर सहित निफा के साथियों का इस दो दिवसीय सम्मेलन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
बॉक्स : करनाल की सड़कों पर निकले रक्त दान के नारे लगाते सैकड़ों युवा
आज निफा के दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने आए विभिन्न राज्यों के सैंकड़ों युवाओं ने आज रक्त दान को प्रोत्साहित करने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली। हाथ में देश का गौरव तिरंगा व रक्त दान के नारे लिखी तख़्तियाँ लिए सड़कों पर निकले युवाओं ने रक्त दान के हक में उद्घोष कर एक विशेष ऊर्जा व माहौल का निर्माण किया। जाट भवन से शुरू हुई इस तिरंगा यात्रा को राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित झज्झर की निफा महिला विंग अध्यक्ष नेहा कुमारी ने हरी झंडी दिखाके रवाना किया। लघु सचिवालय, सिविल अस्पताल चौक से होते हुए यह यात्रा डॉ मंगलसेन ऑडिटोरियम में समाप्त हुई जहाँ सभी ने दूसरे दिन के सम्मेलन में भाग किया। सड़कों पर निकले सैकड़ों रक्त नायकों ने आज करनाल को रक्त दान महा दान का संदेश दिया।