सीटू के 51वें स्थापना दिवस के अवसर पर करनाल सीटू कार्यालय में मीटिंग
करनाल 30 मई (पी एस सग्गू)
करनाल में रविवार को सीटू के 51वें स्थापना दिवस के अवसर पर करनाल सीटू कार्यालय में मीटिंग का आयोजन किया गया। अध्यक्षता जिला प्रधान सतपाल सैनी ने की। सतपाल सैनी, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के राज्य प्रधान कामरेड जगमाल सिंह, ओपी माटा और अशोक अरोड़ा ने कहा की जिले में मजदूरों की कोरोना आपदा में हालत बहुत बुरी हुई है। सरकार के मजदूर विरोधी रवैये की चलते सभी सुविधाओं से वंचित हैं। किसान और मजदूर को गुलाम बनाने वाले जनविरोधी कानूनों को तानाशाही ढंग से लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने कोरोना का बहाना बनाकर तानाशाही रूख अपनाते हुए श्रम कानूनों को खत्म कर मजदूर कर्मचारी विरोधी चार कोड मे बदल दिए व इसी दौरान तीन काले कृृषि कानून बनाए हैं। मजदूरों के 44 श्रम कानूनों को खत्म करके 4 कोड बनाकर मजदूर-किसान को कोरपोरेट घरानों के गुलाम बनाने की साजिश रची जा रही है। चार कोड बनाकर भाजपा सरकार जहा एक तरफ स्थाई रोजगार की जगह पर फिक्स ट्रम रोजगार लागू कर रही हैं वही दूसरी ओर काम के घण्टे 8 से बढ़ाकर 12 घण्टे लागू करना चाहती है। सतपाल सैनी ने कहा कि लेबर कोड रद्् करने, तीनो काले कृृषि कानून रद्् करने, 24 हजार रुपए न्यूनतम वेतन लागू करने, परियोजना कर्मी समेत सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, भवन निर्माण मजदूरों को 90 दिन तसदीक की अर्थोटी बहाल करने व बेमानी शर्तो पर रोक व मकान मालिक और पंचायत सचिव और पटवारी की वेरिफिकेशन को भी मान्य किया जाए, मनरेगा में 700 रूपये दिहाडी व 200 दिन काम लागू करवाया जाए आदि मांगों को लेकर सीटू संघर्ष कर रही है। इस अवसर पर सीटू जिला कैशियर रीना, जिला उपप्रधान ओपी माटा, सियानंद प्रोचा, कामरेड विजय काम्बोज व मनोज मौजूद रहे