सिटीजंस ग्रीवेंसीज कमेटी की मीटिंग में उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने और उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक रखने को लेकर चर्चा 

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सिटीजंस ग्रीवेंसीज कमेटी की मीटिंग में उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने और उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक रखने को लेकर चर्चा
करनाल 24 सितंबर (पी एस सग्गू)
 आज करनाल में सिटीजंस ग्रीवेंसीज कमेटी की उपभोक्ता संरक्षण उप समिति की बैठक प्रधान संजय बत्तरा की अध्यक्षता में मानव सेवा संघ में हुई। मीटिंग में उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने और उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक रखने को लेकर चर्चा की गई। प्रधान संजय बत्तरा ने कहा कि गत वर्ष फूड सेफ्टी आफिसर की टीम ने होटलों व रेस्टोरेंट में जाकर किचन की जांच  तथा सैंपलिंग की थी जिसमें कई अनियमितताएं पाई गई थी जैसे  साफ सफाई का न होना, सब स्टैंडर्ड खाद्य पदार्थों का उपयोग आदि। बीते साल जांच के दौरान कई खाद्य पदार्थों की सैंपलिग में खाद्य पदार्थों क्वालिटी में कई कमियां मिली थी। इसलिए इस वर्ष भी विभाग से जांच एवं सैम्पलिंग हेतु निवेदन किया जाएगा ताकि उपभोक्ताओं को स्वास्थ्य और आर्थिक दृष्टि से नुकसान न हो। यदि विभाग चाहेगा तो उपसमिति के सदस्य गत वर्षों की तरह मदद को तैयार रहेंगे।
संजय बतरा ने बताया कि प्रोपर्टी आईडी लेेने में अब भी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम को व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए ताकि लोगों को प्रोपर्टी खरीदने और बेचने में परेशानियों का सामना न करना पड़े, इससे सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। निगम मे सम्पत्ति कर हेतु प्रापर्टी अपने नाम करवाने हेतु अनावश्यक दस्तावेज जैसे पहले मालिक द्वारा अन्नापत्ति शपथ पत्र आदि की डिमांड करना आदि। इन विसंगतियों को दूर करने हेतु जल्द ही नगर निगम में संबंधित अधिकारियों से मिल कर समस्या का समाधान करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सीजीसी चेयरमैन एडवोकेट लाजपत राय चुचरा द्वारा संज्ञान में लाया गया कि मुजफ्फरनगर में जिम आदि में प्रयोग होने वाले प्रोटीन पाउडर आदि सामान की नकली खेप पकड़ी गई है। इसको ध्यान में  रखते हुए कि आजकल युवा पीढ़ी अब अपने स्वास्थ्य और शरीर के प्रति जागरूक हो रही है। कई जिम ट्रेनर और व्यायामशालाओ खिलाड़ियों और युवाओं को प्रोटीन पाऊडर, स्टेराईड, कैपसूल और शक्तिवर्धक टीके आदि लगवाने की सलाह देते हैं। उपभोक्ता संरक्षण उप समिति की टीम फूड सेफ्टी विभाग से निवेदन करेगी कि वह इन पदार्थों की भी जांच और सैंपलिंग करे ताकि युवाओं के स्वास्थ्य को कोई नुकसान न पहुँचे। कई बार पाया गया है कि खिलाड़ी पदक जीतने के बाद डोपिंग टैस्ट मे फेल हो जाता है और वह पदक से हाथ धो बैठता है।
उपसमिति करनाल के जिमों और व्यायामशालाओ में जाकर भी पता लगाएगी कि जो ट्रेनर या जिम संचालक प्रोटीन पाउडर व अन्य सामान प्रयोग करने की सलाह दे रहे हैं उसमें कितनी सतर्कता बरती जा रही है।
इस मौके पर उप समिति के सचिव एडवोकेट नरेेंद्र सुखन ने कहा कि कोरोना संकट काल मेें निजी अस्पतालों की ओर से कई मरीजों से ज्यादा पैसे वसूले गए थे। सीजीसी ने इन अस्पतालों की विस्तृत रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय से मांगी थी, मगर अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई। अब इस बारे प्रथम अपील अधिकारी को प्रथम अपील लगाई जाएगी।
इस अवसर पर वाइस चेयरमैन ओपी सचदेवा, वाइस प्रेजिडेंट बी.बी. पावहा, एसआर पाहवा, इंद्रपीत सिंह, रोहित अरोड़ा, शिक्षा सुधार उप समिति के प्रधान डा. एसके गोयल व कोर्डिनेटर रजनीश चोपड़ा भी अपने विचार रखे और सुझाव दिए।

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