सरकार द्वारा बिजली सप्लाई 8 घंटे से बढ़ाकर 10 घंटे करना किसानों की जीत : भाकियू चढूनी
करनाल 10 जुलाई (पी एस सग्गू)
अब किसानों को धान की फसल के दौरान बिजली की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। क्योंकि सरकार ने किसानों की मांग को देखते हुए बिजली विभाग को आदेश जारी कर दिए हैं कि खेतों की बिजली सप्लाई 8 घंटे से बढ़ाकर 10 घंटे कर दी जाए। ताकि धान रोपाई के सीजन के दौरान मानसून में देरी होने की वजह से किसानों को पानी को लेकर किसी प्रकार की दिक्कत ना आए। भाकियू जिला प्रैस प्रवक्ता अमृतपाल सिंह बुग्गा ने एक प्रैसवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि 5 जुलाई को भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में किसान यूनियन का प्रतिनिधिमंडल जिसमें जगदीप सिंह औलख, रामपाल सिंह चहल शामिल थे। बिजली विभाग के एमडी शशांक आनंद तथा विभाग के उच्चाधिकारियों से मिलकर धान की फसल की रोपाई दौरान बिजली कटौती की वजह पानी की बड़ी किल्लत झेलनी पड़ रही थी। और मॉनसून में भी देरी की वजह से धान की रोपाई नहीं हो पा रही थी। जिस वजह से खेतों की बिजली समय 2 घंटे और बढ़ाने की मांग की गई थी। इससे पहले 8 घंटे बिजली चलती थी। जिसको 10 घंटे करने के लिए मांग की गई थी। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि सरकार ने यह फैसला किसान आन्दोलन के दबाव के चलते मांग को देखते हुए स्वीकार लिया है। उन्होंने कहा कि इससे पूरे प्रदेश को किसानों को 8 घंटे की बजाय 10 घंटे बिजली मिलेगी। जिससे किसानों को धान रोपाई व अन्य फसलों की बिजाई के दौरान पानी की किल्लत महसूस नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यह किसानों एकता और संघर्ष का ही परिणाम है। जिसके सामने सरकार ने झुकते हुए उनकी जायज मांगों को मान लिया है। और यह किसानों की जीत है। वहीं उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि सरकार को किसानों की मांग मानते हुए जल्द से जल्द काले कानूनों वापस ले लेना चाहिए। वर्ना सरकार इसके लिए गंम्भीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।