शहीदां दे सरताज श्री गुुरु अर्जन देव जी के शहीदी पुरब व निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य में सुख-दुख दे साथी संस्था की ओर से ठंडे मीठे पानी की छबील लगाई गई
करनाल 9 जून( पी एस सग्गू)
शहीदां दे सरताज श्री गुुरु अर्जन देव जी के शहीदी पुरब व निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य में सुख-दुख दे साथी संस्था की ओर से ठंडे मीठे पानी की छबील पुरानी सब्जी मंडी चौक पर लगाई गई। तपती गर्मी में संस्था के सदस्यों ने राहगीरों की प्यास बुझाने का काम किया। सभी को निर्जला एकादशी की शुभकामनाएं दी गई व गुरु अर्जन देव के जीवन से परिचित करवाया गया। सुबह से दोपहर तक संस्था के सदस्य इस नेक कार्य में जुटे रहे।
संस्था के प्रधान सुखबीर त्यागी ने कहा कि निर्जला एकादशी पर जल सेवा करनाल पुण्य कार्य है। धार्मिक और सामाजिक तौर पर इस पर्व का बहुत बड़ा महत्व है। तपती गर्मी में जल सेवा करके लोगों की प्यास बुझाने से सुकूल मिलता है। उन्होंने बताया कि लोगों के सुख-दुख में निस्वार्थ रूप से शामिल होने के लिए इस संस्था का गठन किया गया था। समय-समय पर जरूरतमंद लोगों की आर्थिक मदद की जाती है। जरूरतमंद परिवारों की कन्याओं का विवाह करवाना, बच्चों को शिक्षित करने में योगदान देना तथा लोगों के स्वास्थ्य की जांच निशुल्क करवाना जैसे कार्य किए संस्था की ओर से किए जाते हैं।
इस अवसर पर सोमनाथ डाबर, राकेश खन्ना, भूपेंद्र भाटिया, सुखराम बेदी, संजय पोपली, जसवंत बावा, उपेंद्र भाटिया, सुभाष गांधी, हरमीत सिंह, अनिल मदान, हितेष मल्होत्रा, नवनीत अरोड़ा, डा. मंजनिदर सिंह, प्रवीण कुमार, मोहित, प्रवीण मनचंदा, नवीन संदूजा व इकबाल जगिया मौजूद रहे।
संस्था के प्रधान सुखबीर त्यागी ने कहा कि निर्जला एकादशी पर जल सेवा करनाल पुण्य कार्य है। धार्मिक और सामाजिक तौर पर इस पर्व का बहुत बड़ा महत्व है। तपती गर्मी में जल सेवा करके लोगों की प्यास बुझाने से सुकूल मिलता है। उन्होंने बताया कि लोगों के सुख-दुख में निस्वार्थ रूप से शामिल होने के लिए इस संस्था का गठन किया गया था। समय-समय पर जरूरतमंद लोगों की आर्थिक मदद की जाती है। जरूरतमंद परिवारों की कन्याओं का विवाह करवाना, बच्चों को शिक्षित करने में योगदान देना तथा लोगों के स्वास्थ्य की जांच निशुल्क करवाना जैसे कार्य किए संस्था की ओर से किए जाते हैं।
इस अवसर पर सोमनाथ डाबर, राकेश खन्ना, भूपेंद्र भाटिया, सुखराम बेदी, संजय पोपली, जसवंत बावा, उपेंद्र भाटिया, सुभाष गांधी, हरमीत सिंह, अनिल मदान, हितेष मल्होत्रा, नवनीत अरोड़ा, डा. मंजनिदर सिंह, प्रवीण कुमार, मोहित, प्रवीण मनचंदा, नवीन संदूजा व इकबाल जगिया मौजूद रहे।