शक्तिपीठ श्री देवी कूप मां भ्रदकाली की बड़ी महानता, दूर-दूर से पहुंचते है श्रद्धालु : रामपाल लाठर
कहा : शक्तिपीठ श्रीदेवीकूप भद्रकाली मंदिर में नवरात्रि उत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल
करनाल 20 मार्च ( पी एस सग्गू)
भद्रकाली सेवक मंडल के सदस्य रामपाल लाठर ने चैत्र नवरात्रि उत्सव की जानकारी देते हुए कहा कि हमारी सनातन संस्कृति व हिन्दू धर्म में नवरात्रि उत्सव व दुर्गा पूजा का विशेष महत्व है। पूरे भारत वर्ष में यह उत्सव शुरू हो रहा है जिसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी झांसा रोड स्थित शक्तिपीठ श्रीदेवीकूप भद्रकाली मंदिर में महाशक्ति की महापूजा का महापर्व 22 मार्च से शुरू होकर 29 मार्च को श्री दुर्गाष्टमी के साथ सम्पन्न होगा। जिसको लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा के सानिध्य में यह उत्सव बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। जिसमें सभी सेवक मंडल के सदस्यों की डयूटियां लगाई जा चुकी है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पूजन की व्यवस्था, सुरक्षा, स्वच्छता, जल सेवा, जोड़ा सेवा आदि के लिए विशेष प्रबंध किए गए है। 21 मार्च को विशाल भव्य शोभायात्रा मंदिर में निकाली जाएगी। 21 मार्च को सुबह 6 बजे मंगला आरती, सुबह 8 बजे कलश पूजन व सुबह 9 बजे ध्वजारोहण होगा और दोपहर 1 बजे मां भद्रकाली जी की भव्य शोभायात्रा मां की पावन पवित्र ज्योतिरथ के साथ प्रारंभ होगी। शाम 6 बजे परिक्रमा करके महाआरती के साथ ज्योति प्रतिस्थापना मंदिर परिसर में होगी। रामपाल लाठर ने बताया कि नवरात्रि उत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल है। शोभायात्रा के स्वागत के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्साह बना हुआ है। बैंड बाजों, ढोल-नगाड़ों के साथ विभिन्न मधुर झांकियों के साथ शोभायात्रा मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर भ्रदकाली चौक, जनता स्कूल, रोटरी चौक, पुराना बस स्टैंड, अम्बेडकर चौक, आर्य समाज मार्किट, एल.आई.सी मार्ग, कंडा चौक, पारस रोड, गोल बैंक, रेलवे रोड़, न्यू कालोनी, अमीन रोड से होते हुए गुरुद्वारा छठी पातशाही, पालिका बाजार, सिकरी चौक, छोटा बाजार से होते हुए वापिस मंदिर परिसर में पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि शक्तिपीठ श्री देवी कूप मां भ्रदकाली की बड़ी महानता है। मां भ्रदकाली के दर्शन करने से मनुष्य के जीवन में जहां सुख-समृद्धि का वास होता है वहीं सभी चिंताओं से मुक्ति भी मिलती है। जो भी व्यक्ति शक्तिपीठ श्री देवी कूप मां भद्रकाली मंदिर में दर्शन के लिए आता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। इन नौ दिनों में आदिशक्ति मां भगवती के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। जिसमें शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री का पूजन भक्त श्रद्धापूर्वक करते है। नवरात्रि का हर दिन देवी के विशिष्ट रूप को समर्पित होता है और हर देवी स्वरूप की कृपा से अलग-अलग तरह के मनोरथ पूरे होते है। वहीं हिन्दू नववर्ष अभिनंदन के उपलक्ष्य में प्रथम नवरात्रि 22 मार्च को रात्रि 8 बजे मां भद्रकाली जी के 108 फुट ऊंचे शिखर पर बुर्ज खलीफा की तर्ज पर भव्य आतिशबाजी का आयोजन होगा।