मौका परस्त लोगों के अलविदा कहने से पार्टी को नहीं पड़ता कोई फर्क : बलकार सिंह असंध
बोले: पार्टी बदल-बदल कर अपना वजूद खो चुके हैं भूपिंदर सिंह असंध
निसिंग गल्र्ज कॉलेज व संगीत अकादमी के रूप में करनाल को दिए हैं एसजीपीसी ने तोहफे
करनाल 23 अगस्त(पी एस सग्गू)
मौका परस्त लोगों के शिरोमणि अकाली दल बादल को अलविदा कहने से कोई फर्क नहीं पड़ता। ये जो लोग शिरोमणि अकाली दल बादल को छोड़ कर हरियाणा का अलग अकाली दल बनाने का दावा कर रहे हैं, उनका कोई वजूद ही नहीं है। यही नहीं, उन्हें संगत भी पूरी तरह से नकार चुकी है। यह विचार शिरेामणि अकाली दल हरियाणा से करनाल जिलाध्यक्ष बलकार सिंह असंध, सुखवंत सिंह निसिंग, हरदीप सिंह लागर और सुरेंद्र सिंह रामगढिय़ा ने प्रकट किए। इन सभी अकाली दल के नेताओं ने दावा किया कि एसजीपीसी मैंबर भूपेंद्र सिंह असंध और उनके समर्थकों को संगत नकार चुकी है। कुछ चंद लोगों को छोड़ कर करनाल की सभी गुरुद्वारा सभा सोसायटियां व सीनियर लीडर शिरोमणि अकाली दल बादल के साथ हैं। अगर बात की जाए मैंबर भूपिंदर सिह असंध की, तो उनका कोई ठोर ठिकाना नहीं है। वे कभी कांग्रेस में और कभी हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में चले जाते हैं। इसके अलावा जब किसान कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली सीमा पर आंदोलन कर रहे थे, तब यह लोग भाजपा नेताओं से गुप्त मीटिंग करने में मशगूल थे।
यही वजह है कि भूपिंदर सिंह असंध को संगत ने पूरी तरह नकार दिया है। यही नहीं, एसजीपीसी में कार्यकारिणी मैंबर भी रह चुके भूपिंदर सिंह असंध अपने कार्यकाल में कोई भी कार्य हरियाणा के लिए नहीं करवा सकें। बलकार सिंह असंध व अन्य नेताओं ने कहा कि एसजीपीसी द्वारा हरियाणा में सुचारू और बाखूबी ढंग से कार्य किया जा र हा है, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण पंजाब के बाद हरियाणा में मेडिकल कॉलेज को स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि मीरी पीरी इंस्टीच्यूट ऑफ मैडिकल साईसिज एवं रिसर्च शाहाबाद मारकंडा में सभी आधुनिक सुविधा मुहैया करवाई जा रही हैं। एमआरआई, डायलसिसि, ओपीडी और सीटी स्कैन की सुविधाएं किफायती शुल्क पर मरीजों को दी जा रही है। उन्होंने दावा किया कि करीब एक साल बाद मेडिकल कॉलेज भी शुरु कर दिया जाएगा। इसके अलावा एसजीपीसी ने 17 साल पहले करनाल की संगत के लिए माता सुंदरी गल्र्ज कॉलेज निसिंग शुरु करके लड़कियों को शिक्षा की अच्छी सुविधा दी। यही नहीं, 17 साल पहले ही संस्था द्वारा गुरमत संगीत अकादमी शेखूपुरा मंचूरी भी स्थापित करके संगत को तोहफा दिया था। इस संगीत अकादमी से बच्चें गुरमत की शिक्षा ग्रहण करके एसजीपीसी व अलग-अलग गुरुद्वारा साहिबान के साथ-साथ देश-विदेश में सेवा कर रहे हैं। वरिष्ठ अकाली नेताओं ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर द्वारा संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रघुजीत सिंह विर्क व हरियाणा के अन्य मैंबर साहिबान के सहयोग से प्रदेश के शिगलीघर परिवारों के बच्चों को शिक्षा मुहैया करवाने में सहयोग करते हुए उनकी स्कूली फीसी भी दी जा रही है। यही नहीं, संस्था द्वारा हरियाणा में जरुरतमंद लोगों को आर्थिक सहयोग भी दिया जा रहा है। इसके अलावा संस्था द्वारा हरियाणा की संगत को पाकिस्तान में सुशेाभित ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान की यात्रा के लिए भी वीजा दिलाने का कार्य भी किया जाता है। हरियाणा में गुुरद्वारा साहिबान के लिए भी आर्थिक सहयोग भी संस्था द्वारा किया जाता है। यही हीं, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर द्वारा हरियाणा भर में अमृत संचार कार्यक्रम के साथ-साथ गुरमत समागम भी करवाए जाते हैं। इस मौके पर ऑल इंडिया गतका फैडरेशन के प्रधान गुरतेज सिंह खालसा, लोकल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी तरावड़ी के मैंबर सूरत सिंह, जरनैल सिंह भैणीखुर्द, साहिब सिंह, मनजीत सिंह प्रधान गुरुद्वारा सिंघ सभा इंद्री, तजिंदरपाल सिंह मान, जत्थेदार अमीर सिंह प्रधान घरौंडा, गुरवंत सिंह बांसा, दिलेर सिंह अममूपुर, काला सिंह करनाल, तजिंदर सिंह वडै़च निसिंग, हरभजन सिंह मलली,ख्निशान सिंह लागर आदि मौजूद रहे।