मुख्यमंत्री सत्ता के अहंकार में चूर हो कर कर रहे जनमत का अपमान : त्रिलोचन सिंह
राहुल गांधी का अपमान करने की गलती पर देश से माफी मांगें सीएम
करनाल 14 जनवरी ( पी एस सग्गू)
कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने मुख्यमंत्री द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को जोकर कहने पर तीखी प्रतिक्रया देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा को हरियाणा में मिले अपार जनसमर्थन से बौखला गई हैं। मुख्यमंत्री सहित बड़े भाजपा नेताओं को अब लगने लगा है कि उनके हाथों से सत्ता खिसकने वाली हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राहुल गांधी को जोकर कह कर देश भर में राहुल गांधी के पक्ष में उमड़े जन समर्थन का अपमान किया है। इसके लिए मुख्यमंत्री देश से माफी मांगे। उन्होंने कहा कि तीन हजार दिनों में यदि एक बार करनाल में मुख्यमंत्री लोहड़ी मनाने आ गए। कभी करनाल में आ कर दीपावली और कभी होली मना लेने से मनोहर लाल लोकप्रिय नेता नहीं बन पाएंगे। मुख्यमंत्री के सिर पर अहंकार चढ़ कर बोल रहा हैं। सत्ता के नशे में चूर मुख्यमंत्री को नौ लाख गरीबों का दर्द जिनके राशन कार्ड कट गए, लाखों बुजर्ग जिनकी पैंशन कटने से वह बच्चों पर आश्रित होने पर मजबूर हो गए। लाखों बेरोजगार जिनके रोजगार छिन गए, महगाई से जूझती महिलाएं, प्रापर्टी आई डी में भीषण गलतियों को ठीक करवाने के लिए दरदर भटकते लाखों लोगों का दर्द और उनकी परेशानी नहीं दिखती हैं। हरियाणा में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। एक मंत्री जिसने महिला खिलाड़ी से छेड़छाड़ की उसका मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने समर्थन कर अपने आपको और सोच को उजागर कर दिया है। समूचा हरियाणा भ्रष्टाचार में डूबा हैं। करनाल सहित विभिन्न जिलों में नगर निगम, स्मार्ट सिटी, हुडा,बिजली विभाग तहसील उद्योग विभाग भ्रष्टाचार के चारागाह बन गए हैं। मुख्यमंत्री को करनाल में तहसील में काम करवाने के लिए भटकते आम लोग नहीं दिखते हैं। समूचे प्रदेश को मुख्यमंत्री ने सडक़ पर लाकर खड़ा कर दिया हैं। सरकारी स्कूल बंद किए जा रहे हैं। हरियाणा राज्य कर्मचारी चयन आयोग, हरियाणाराज्य लोकसेवा आयोग के अफसर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। मनोहर राज में भ्रष्ट अफसर भ्रष्ट नेता लगातार प्रमोशन पा रहे हैं। मुख्यमंत्री का कार्यालय तक भ्रष्टाचार से अछूता नहीं हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए अपने पद से त्यागपत्र दें।