मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया कांग्रेस ने
पार्षद की मौत के लिए मुख्यमंत्री नैतिक जिम्मेदारी ले ,मामले की उच्च् स्तरीय जांच हो ं
करनाल, 18 मई (पी एस सग्गू )
:कोविड नियमों तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन नियमों का उल्लंघन करने के जुर्म में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ उचित कार्रवाई करने तथा हिसार में प्रदश्ज्र्ञन कर रहे किसानों पर लाठी चार्ज करवाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बर्खास्त करने की मांग को लेकर कांग्रेस की सात सदस्यीय कमेटी ने राज्यपाल के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन दिया। काविड नियमेंा का पालने करते हुए कांग्रेस के नेताओं ने उपायुक्त को ज्ञापन दिया। आज सात नेता ही डीसी को ज्ञापन देने के लिए पहुंचे। प्रतिनिधिमंडल में हरियाणा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ,असन्ध से विधायक शमशेर सिंह गोगी, ए.आई. सी.सी के सचिव वीरेंद्र सिंह राठौड़ जिला संयोजक तरलोचन सिंह,इन्द्री से चुनाव लड़ चुकी,डा. नवजोत कश्यप, नीलोखेड़ी से चुनाव लड़ चुके वंताराम वाल्मीकि शामिल थे। इस अवसर पर कांग्रेस नेताओं ने पार्षद सुदर्शन कालड़ा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि कालउ़ा की मौत के लिए करनाल के विधायक तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जिम्मेदारी लेना चाहिए। जिस तरह से समय पर पीजीआई में पार्षद को इलाज नहीं मिला। उसकी जांच होना चाहिए। ज्ञापन में मुख्यमंत्री होने के बाद भी मनोहर लाल ने पानीपत और हिसार में सैकड़ो लोगों की भीड़ जुटाई जब कि दोनों ही जिलों में धारा 144 लगी हुई थी। इसके अलावा कोविड के प्राोटोकाल का भी पालन नहीं किया गया। जब सीएम ही कानून का पालन नहीं करेंगे तो आम आदमी क्या करेगा। इसके अलावा प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठी चार्ज निंदनीय हैं। किसान पांच महीने से आंदोलन कर रहे हैं। किसान अपनी बात पहुंचाने के लिए गए थे। लोकतंत्र में सब को अपनी बात कहने का अधिकार हैं। उन पर लाठी चार्ज करवाकर मुख्यमंत्री ने अपराध किया है। इसके लिए वह किसानों से माफी मांगे। जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करे तथा कृषि विरोधी तीन काले कानून रद्द किए जाएं। डीसी ने कांग्रेस नेताओं को उनकी बात राज्यपाल तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर राजवीर चौहान,विजयेन्द्र, अरुण पंजाबी भी मौजूद थे।