प्रजापिता ब्रह्मााकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र की ओर से राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी को श्रद्धांजलि दी गई।
करनाल 18 मार्च पी (एस सग्गू)
करनाल में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेक्टर सात स्थित सेवा केंद्र की ओर से राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी को श्रद्धांजलि दी गई। मेयर रेणु बाला गुप्ता विशेष रूप से पहुंची और दादी जी को पुष्पांजलि अर्पित की। मेयर ने कहा कि आज उन्हें यहां आकर दादी जी के उच्चतम श्रेष्ठतम विचारों को जानने का मौका मिला कि कैसे दादी जी ने ज्ञान से, प्यार से रूहानी पालना से इस ब्रह्माकुमारीज परिवार की फुलवाड़ी को सींचा। उनके चरित्र व विचार यहां के हर एक बहन भाईयों में नजर आते हैं। ब्रह्माकुमारी प्रेम दीदी ने कहा कि दादी जी सोम्यता, दिव्यता व मधुरता की प्रतिमूर्ती थी। वह बहुत ही सरल ढंग से गहरा ज्ञान समझा दिया करती थी। उनके जीवन में त्याग, तपस्या और सेवा ऊंच शिखर पर थी। उनकी पवित्रता को देख परमात्मा शिव ने उनके शरीर को अपना साकार माध्यम बनाया और उनके मुखारविंद से सच्चा गीता ज्ञान देकर मनुष्यात्माओं के जीवन को कोड़ी से हीरा बनाया। दादी जी ब्रह्माकुमारीज विद्यालय की मुख्य प्रशासिका थीं। उनके जीवन में विनम्रता, निरंहकारिता, हर्षितमुखता, उदारता, दयालुता, परोपकारिता व धैर्यता आदि गुण साक्षात चरित्र द्वारा झलकते थे। उन्होंने ज्ञान, गुणों व शक्तियों से भरपूर कर लाखों आत्माओं के जीवन को सुधारा व उन्हें परिवर्तन किया। इस मौके पर बीके शिखा, शिविका, आरती, सुरेश गोयल, ज्ञान सरदाना, डा. एनके महानी, एचएल मल्होत्रा, महिंद्र सचदेवा, राजेंद्र हांडा, रितेश विज, शाम भाटिया, रामलाल कटारिया, सुरेश मेहता, संतलाल पाहवा, धर्म सिंह भारती, सरोज चावला, छवि चौधरी, विमल मेहता, सुनीता मदान, सिमरण चौधरी, डा. सरिता ठाकुर, मीनाक्षी व रमेश सचदेवा आदि मौजूद रहे।