प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र में आध्यात्मिकता द्वारा भयमुक्त चिन्ता रहित भविष्य विषय पर आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गय
करनाल 12 सितंबर ( पी एस सग्गू)
करनाल में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेक्टर सात सेवा केंद्र में आध्यात्मिकता द्वारा भयमुक्त चिन्ता रहित भविष्य विषय पर आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सोनीपत रिट्रीट सेन्टर की डायरेक्टर राजयोगिनी लक्ष्मी दीदी जी के पधारने पर उनका पुष्पगुच्छ देकर व तिलक लगाकर अभिनंदन किया गया। इस मौके पर ब्रह्माकुमारीज विद्यालय के रेगुलर स्टुडेन्ट के लिए योग तपस्या भठ्ठी का आयोजन किया गया, जिसका लाभ विद्यालय में नियमित आने वाले भाई बहनों ने राजयोगिनी लक्ष्मी दीदी जी के प्रवचनों के माध्यम से लिया। उनके शुभागमन पर सायंकाल एक विशाल कार्यक्रम फेसिंग दा फ्युचर विदाऊट फियर थ्रू स्प्रीचुआलिटी विषय को लेकर आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में पधारी राजयोगिनी लक्ष्मी दीदी ने विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में व्यक्ति किसी न किसी प्रकार के भय में जी रहा है। किसी को अपने स्वास्थ्य का भय है किसी को यह चिन्ता है कि बिजनेस में कही ऊपर नीचे ना हो जाए, किसी को बच्चों के कुसंग में पड़ जाने से उनके भविष्य की चिंता है। ये जितनी भी चिन्ताएं व भय है अधिकतर भविष्य के साथ जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि हम अपने जीवन को वर्तमान में जिएं भविष्य की चिन्ता में अपने वतर्मान को खराब न करें।क्योंकि जो पे्रजेन्ट टाइम है वो हमारे लिए बहुत सुन्दर उपहार है एक गिफ्ट है। राजयोगिनी प्रेम दीदी ने कहा कि स्प्रीचुअलिटी हमें पॉजिटिव सोचना सिखाती है। फलस्वरूप हम बड़े से बड़ी परिस्थिति को भी अपने सकारात्मक दृटिकोण से सहज पार कर जाते हैं।
उन्होंने कहा कि जीवन की हर घटना के पीछे कल्याण छिपा हुआ है। गीता शास्त्र हमें सिखाता है जो हुआ है सो अच्छा जो हो गया वो भी अच्छा जो होने वाला हे वो और भी अच्छा। भ्राता संजय बठला ने अपने भाषण में कहा कि हमें बेवजह चिंता व भय में जीवन नहीं जीना चाहिए। कई सुंदर उदाहरण देकर उन्होंने सबको बताया कि हम जैसा सोचेंगे वैसा ही बनेंगे। उन्होंने कहा कि हमें आलस्य, अलबेलापन, सुस्ती, आज का काम कल पर छोडऩा, क्रोध करना ये अवगुण हमारे अंदर नहीं होने चाहिएं। मुख्य अतिथि मेयर रेणु बाला गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल में भी हम अपनी सकारात्मक सोच से आगे बढ़ते रहे। उन्होंने वर्तमान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके जीवनकाल में अनेक घटनाएं आई, लेकिन ब्रह्माकुमारी द्वारा सिखाया जाने वाला राजयोग सीखकर अपनी सकारात्मक जीवन शैली द्वारा आज वो देश के सर्वोच्च पद पर उपस्थित हैं। सम्मानीय अतिथि डा. अजय शर्मा ने भी संस्था की गतिविधियों से सबको अवगत करवाया। संस्था के संस्थापक पिताश्री ब्रह्मबाबा की जीवनी पर प्रकाश डाला। ब्रह्माकुमारी रेणु बहन ने सबका धन्यवाद किया व बीके शिखा ने कुशल मंच संचालन किया। इस मौके पर दीप प्रज्जवलन किया व नन्हें बच्चों मानवी तथा जानवी ने अपने नृत्य से सबका मन मोह लिया। रोटरी क्लब के प्रधान आशीष शर्मा, डा. डीडी शर्मा, रोटरी क्लब मिडटाउन से डा. विनोद कालरा, डा. एसके शर्मा, भारत विकास परिषद की ओर से मंजु शर्मा, अंजु शर्मा, केबी मल्होत्रा, अशोक महेंद्रू ने लक्ष्मी दीदी को शॉल व मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। अतिथिगणों को प्रेम दीदी नेईश्वरीय सौगात भेंट की। इस मौके पर केबी मल्होत्रा, लाजपत राय, जेआर कालरा, सुरिंद्र नारंग, राजेंद्र छोक्कर, विनोद कालरा, डा. डीडी शर्मा, केहर सिंह चोपड़ा, डा. शाम वधवा, डा. केके चावला, अशोक महेंद्रू, डा. एसके शर्मा, अंजु शर्मा, मंजु शर्मा, डा. सरिता ठाकुर, एससी वोहरा, सतीश कुकरेजा, डा. एनके महानी, हरिकृष्ण नारंग, गीता प्रकाश, सुरेश खन्ना एडवोकेट, रामनिवास गर्ग, ज्ञान सरदाना, आरके राणा, सुरेश गोयल, हर्षवर्धन भटनागर, रीटा मेहता, सुनीता, सिमरण चौधरी, नरेश मेहता व गायत्री देशवाल मौजूद रहे।
करनाल में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेक्टर सात सेवा केंद्र में आध्यात्मिकता द्वारा भयमुक्त चिन्ता रहित भविष्य विषय पर आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सोनीपत रिट्रीट सेन्टर की डायरेक्टर राजयोगिनी लक्ष्मी दीदी जी के पधारने पर उनका पुष्पगुच्छ देकर व तिलक लगाकर अभिनंदन किया गया। इस मौके पर ब्रह्माकुमारीज विद्यालय के रेगुलर स्टुडेन्ट के लिए योग तपस्या भठ्ठी का आयोजन किया गया, जिसका लाभ विद्यालय में नियमित आने वाले भाई बहनों ने राजयोगिनी लक्ष्मी दीदी जी के प्रवचनों के माध्यम से लिया। उनके शुभागमन पर सायंकाल एक विशाल कार्यक्रम फेसिंग दा फ्युचर विदाऊट फियर थ्रू स्प्रीचुआलिटी विषय को लेकर आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में पधारी राजयोगिनी लक्ष्मी दीदी ने विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में व्यक्ति किसी न किसी प्रकार के भय में जी रहा है। किसी को अपने स्वास्थ्य का भय है किसी को यह चिन्ता है कि बिजनेस में कही ऊपर नीचे ना हो जाए, किसी को बच्चों के कुसंग में पड़ जाने से उनके भविष्य की चिंता है। ये जितनी भी चिन्ताएं व भय है अधिकतर भविष्य के साथ जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि हम अपने जीवन को वर्तमान में जिएं भविष्य की चिन्ता में अपने वतर्मान को खराब न करें।क्योंकि जो पे्रजेन्ट टाइम है वो हमारे लिए बहुत सुन्दर उपहार है एक गिफ्ट है। राजयोगिनी प्रेम दीदी ने कहा कि स्प्रीचुअलिटी हमें पॉजिटिव सोचना सिखाती है। फलस्वरूप हम बड़े से बड़ी परिस्थिति को भी अपने सकारात्मक दृटिकोण से सहज पार कर जाते हैं।
उन्होंने कहा कि जीवन की हर घटना के पीछे कल्याण छिपा हुआ है। गीता शास्त्र हमें सिखाता है जो हुआ है सो अच्छा जो हो गया वो भी अच्छा जो होने वाला हे वो और भी अच्छा। भ्राता संजय बठला ने अपने भाषण में कहा कि हमें बेवजह चिंता व भय में जीवन नहीं जीना चाहिए। कई सुंदर उदाहरण देकर उन्होंने सबको बताया कि हम जैसा सोचेंगे वैसा ही बनेंगे। उन्होंने कहा कि हमें आलस्य, अलबेलापन, सुस्ती, आज का काम कल पर छोडऩा, क्रोध करना ये अवगुण हमारे अंदर नहीं होने चाहिएं। मुख्य अतिथि मेयर रेणु बाला गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल में भी हम अपनी सकारात्मक सोच से आगे बढ़ते रहे। उन्होंने वर्तमान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके जीवनकाल में अनेक घटनाएं आई, लेकिन ब्रह्माकुमारी द्वारा सिखाया जाने वाला राजयोग सीखकर अपनी सकारात्मक जीवन शैली द्वारा आज वो देश के सर्वोच्च पद पर उपस्थित हैं। सम्मानीय अतिथि डा. अजय शर्मा ने भी संस्था की गतिविधियों से सबको अवगत करवाया। संस्था के संस्थापक पिताश्री ब्रह्मबाबा की जीवनी पर प्रकाश डाला। ब्रह्माकुमारी रेणु बहन ने सबका धन्यवाद किया व बीके शिखा ने कुशल मंच संचालन किया। इस मौके पर दीप प्रज्जवलन किया व नन्हें बच्चों मानवी तथा जानवी ने अपने नृत्य से सबका मन मोह लिया। रोटरी क्लब के प्रधान आशीष शर्मा, डा. डीडी शर्मा, रोटरी क्लब मिडटाउन से डा. विनोद कालरा, डा. एसके शर्मा, भारत विकास परिषद की ओर से मंजु शर्मा, अंजु शर्मा, केबी मल्होत्रा, अशोक महेंद्रू ने लक्ष्मी दीदी को शॉल व मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। अतिथिगणों को प्रेम दीदी नेईश्वरीय सौगात भेंट की। इस मौके पर केबी मल्होत्रा, लाजपत राय, जेआर कालरा, सुरिंद्र नारंग, राजेंद्र छोक्कर, विनोद कालरा, डा. डीडी शर्मा, केहर सिंह चोपड़ा, डा. शाम वधवा, डा. केके चावला, अशोक महेंद्रू, डा. एसके शर्मा, अंजु शर्मा, मंजु शर्मा, डा. सरिता ठाकुर, एससी वोहरा, सतीश कुकरेजा, डा. एनके महानी, हरिकृष्ण नारंग, गीता प्रकाश, सुरेश खन्ना एडवोकेट, रामनिवास गर्ग, ज्ञान सरदाना, आरके राणा, सुरेश गोयल, हर्षवर्धन भटनागर, रीटा मेहता, सुनीता, सिमरण चौधरी, नरेश मेहता व गायत्री देशवाल मौजूद रहे।