डीएवी पीजी कॉलेज के एनएसएस प्रकोष्ठ द्वारा आज सग्गा गांव में सात दिवसीय शिविर का शुभारंभ किया
करनाल 02 फरवरी (पी एस सग्गू)
डीएवी पीजी कॉलेज के एनएसएस प्रकोष्ठ द्वारा आज सग्गा गांव में सात दिवसीय शिविर का शुभारंभ किया गया। शिविर में मुख्यअतिथि के रुप में विधायक धर्मपाल गोदंर ने शिरकत की। मुख्यअतिथि का कॉलेज प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।विधायक धर्मपाल गोंदर ने एनएसएस के स्वयंसेवको तथा ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में हमारे नैतिक मूल्यों का ह्ास होता जा रहा है। हम भौतिक रुप से जितने साधन सम्पन्न होते जा रहे हैं उतने ही हमारे संस्कारों में गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि वृद्धआश्रमों में मां-बाप को छोड़ दिया जाता है जो हमारे लिए कितने दुर्भाग्य की बात है जिन्होंने हमारा पालन पोषण किया उन्ही को हम घर से निकाल देते हैं। उन्होंने कहा कि कन्या भू्रण हत्या एक अभिशाप है जिसके लिए सरकार द्वारा जागरुकता अभियान चलाने पडे़ जबकि हम सभी जानते है कि बेटा बेटी एक समान होते हैं हमें कोई भेदभाव नही करना चाहिए।कॉलेज प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि आज युवा पीढ़ी को अपनी सोच को बदलना होगा। युवा पीढ़ी के पास वर्तमान समय में ज्यादा संसाधन है लेकिन फिर भी उनकी पढ़ाई का स्तर गिर रहा है। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कॉलेज द्वारा आपके गांव में यह शिविर लगाया गया है इसलिए आप हमारे विद्यार्थियों का पूर्ण सहयेाग करें तथा गांव में जो साफ-सफाई के कार्य और अन्य कामों को मिलकर करवाएं। डॉ. आरपी ने कहा कि हमें हर कार्य की शुरुआत गांवो से ही करनी चाहिए क्योंकि देश की 75 प्रतिशत आबादी गांवो में ही निवास करती है। आज हमारे गांव कस्बे बहुत ज्यादा विकसित हो गए हैं। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि मेरा आपसे आहवान है कि आप इस युवा पीढ़ी को संस्कारवान और नैतिक मुल्यों के बीज इनमें उत्पन्न करें तभी देश में बदलाव होगा।एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बलराम शर्मा ने कहा कि हम हर काम के लिए दूसरों को दोष देने के बजाय खुद में बदलाव करें तो देश मंे बहुत बड़ा बदलाव खुद आ जाएगा।कार्यक्रम के अंत में कॉलेज प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने मुख्यअतिथि विधायक धर्मपाल गोंदर को स्मृति चिन्ह भंेट कर सम्मानित किया। इस अवसर डॉ. लवनीश बुद्धिराजा, डॉ. जितेंद्र चौहान, डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. विपिन नेवट, डॉ. प्रदीप, डॉ. अमोल, प्रो. अमरेश राणा, प्रो. अक्षित, प्रो. गुरदेव सिंह व सभी स्ंवयसेवक मौजूद रहे