खिलाड़ियों और भारी काम करने वालों के लिए वरदान साबित हो रही है लिगामेंट सर्जरी

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खिलाड़ियों और भारी काम करने वालों के लिए वरदान साबित हो रही है लिगामेंट सर्जरी
घुटने मुडऩे एड़ी में चोट लगने से अयोग्य खिलाडिय़ों के लिए नई तकनीक विकसित की मोहाली के डाकटर रवि गुप्ता ने
प्रिजर्वड इनसर्शन तकनीक ने धुटनों कुल्होंऔर एड़ी का जीवन बढ़ाया
करनाल 4 मार्च ( पी एस सग्गू)

हरियाणा के ही नहीं देश भर के खिलाडिय़ों के लिए  डाक्टरों   ने एक विशेष आपरेशन सर्जरी तकनीक विकसित की हैं। इस तकनीक  माध्यम से देश में बड़ी तादात में खिलाडिय़ों और भारी काम करने वालों को जीवन दान मिला हैं। इस  लिगामेंट  सर्जरी को करवाने के बाद कई एथलीट फुटवाल खिलाड़ी क्रिकेटर अपने पुराने फोम में वापस लौट कर आए हैं। घुटनों एड़ी कोल्हू की लाइफ बढ़ाने के लिए यह सर्जरी लोगों के लिए नवजीवन का पर्याय साबित हो रही हैं। करनाल में आयोजित लिगामेंट सर्जरी पर जागरूकता कार्यक्रम में फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली से आए ऑर्थोपेडिक्स स्पोट्र्स मेडिसिन के विशषज्ञ डा. रवि गुप्ता  तथा उनकी टीम ने लोगों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने  58 वर्षीय रोगी का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया, जो दायें घुटने की मल्टीपल लिगामेंट की चोट से पीडि़त थे-जिनमें एन्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (एसीएल), पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (पीसीएल), लेटरल कोलैटरल लिगामेंट (एलसीएल) पोस्टरोलेटरल कॉर्नर (पीएलसी), लिगामेंटम पटेला और कॉमन पेरोनियल नर्व इंजरी (सीपीएनआई) जैसे कई पहलू शामिल थे। करनाल के रोगी, गणेश यादव ने एक सड़क दुर्घटना के बाद अपने घुटने को काफी जख्मी कर लिया था और उनके सभी लिंगामेंट टूट गए थे। इस चोट के चलते वे बीते 8 महीनों से व्हीलचेयर से ही बंधे हुए थे। उन्होंने बताया कि  8 नवंबर,  को रोगी गणेश यादव पर एक मल्टी लिगामेंट नी रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी सफलतापूर्वक की थी। इस दौरान उनके घुटने के सभी घायल लिंगामेंट्स को एक ही बार में की गई सिंगल सर्जरी के साथ फिर से बनाया गया। उन्होंने एक प्रिजर्व इनसर्शन हैमस्ट्रिंग टेंडन ग्राफ्ट का उपयोग करके पीसीएल की रीकंस्ट्रक्शन करने के लिए एक विशेष तकनीक का इस्तेमाल किया। डॉ. गुप्ता द्वारा आविष्कार की गई इस विशेष सर्जीकल तकनीक में, हड्डी से टेंडन के लगाव को संरक्षित किया जाता है जो रीकंस्ट्रक्वि लिगामेंट को रक्त की आपूर्ति और नर्व सप्लाई को बनाए रखता है।
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प्रिजर्वड इनसर्शन तकनीक को दुनिया में स्वीकार किया
डा. रवि गुप्ता ने बताया कि प्रिजर्वड इनसर्शन तकनीक तकनीक को पूरी दुनिया भर में अच्छी तरह से स्वीकार किया गया है और उत्तरी अमेरिका से प्रकाशित सर्वश्रेष्ठ मेडिकल जर्नल्स में से एक में प्रभावी तस्वीरों एवं वीडियो से काफी खूबसूरती से चित्रित किया गया है। फोर्टिस हॉस्पिटल में दाखिले के समय मरीज, गणेश यादव घुटने में सभी जगहों पर लिंगामेंट्स के टूटने के कारण बेहद अस्थिर थे। इसके साथ ही मरीज एन्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (एसीएल), पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (पीसीएल), लेटरल कोलैटरल लिगामेंट (एलसीएल) पोस्टरोलेटरल कॉर्नर (पीएलसी), लिगामेंटम पटेला और कॉमन पेरोनियल नर्व इंजरी (सीपीएनआई) काफी हद तक क्षतिग्रस्त हो गई थीं। उसकी नस में चोट लगने के कारण फुट ड्रॉप हो गया। इसके चलते पैर के सामने के हिस्से को उठाने में असमर्थता थी। रोगी ने अपने जीवन में फिर से चलने की सभी उम्मीदों को खो दिया था। फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली  के डॉ. गुप्ता ने 8 नवंबर, को दो घंटे की सर्जरी के दौरान रोगी गणेश यादव के घुटनों के सभी लिंगामेंट्स का सफलतापूर्वक पुनर्निर्माण किया और स्कार टिश्यूज में से नर्व को भी रिलीज कर दिया। उनके लिगामेंटम पटेला की भी रिपेयर की गई।
फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली में सर्जरी और अच्छे रिकवरी के बाद, रोगी जल्दी ठीक हो गया और सर्जरी के दूसरे दिन उसे हॉस्पिटल से भी छुट्टी दे दी गई। छह सप्ताह में, रोगी ने बिना किसी सहारे के चलना शुरू कर दिया और आसानी से अपनी दैनिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने में सक्षम हो गया। आज मरीज गणेश यादव पूरी तरह से स्वस्थ हो चुका है।

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