कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह की अगुवाई में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया कहा -मणिपुर हिंसा रोकने में नाकाम साबित हुई सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।

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कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह की अगुवाई में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया
कहा -मणिपुर हिंसा रोकने में नाकाम साबित हुई सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।
करनाल 24 जुलाई ( पी एस सग्गू)
 करनाल कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा रोकने में नाकाम साबित हुई सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। जिला सचिवालय में कांग्रेस जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह की अगुवाई में डीसी के सुपरिडेंट को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मणिपुर हिंसा में महिलाओं को जिस प्रकार से अपमानित किया गया है उससे मानवता शर्मसार हुई है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली मोदी सरकार बेटियों को मिटाने का काम कर रही है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं और पीएम मोदी मौन धारण किए है। पीएम सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। वह देश के प्रधानमंत्री होने का धर्म नहीं निभा पा रहे। दुख इस बात का भी है कि शांति स्थापित करने की बजाय मणिपुर के मुख्यमंत्री यह कहते हैं कि ऐसी घटना सैकड़ों की संख्या में होती है। यह बयान नैतिक पतन की पराकष्ठा है। भाजपा ने मणिपुर की घटना को राजस्थान और छतीसगढ़ की घटनाओं से तुलना कर हिंसा के राजनीतिकरण करने का काम किया है।
इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघबीर संधु, पीसीसी सदस्य राजेश वैध, पूर्व अध्यक्ष अशोक खुराना, वरिष्ठ नेता कृष्ण शर्मा बसताड़ा, महिला अध्यक्ष उषा तुली, जोगिंद्र चौहान सेवादल, पार्षद पप्पू लाठर, रानी कांबोज, गुरविंद्र कौर, निम्मी सलमानी, पूर्व पार्षद पूजा रानी, नीलम सैनी, शकुंतला देवी, मीनू दुआ, पूर्व पार्षद सुखबीर सिंह, अनिल शर्मा सेवादल, परमजीत भारद्वाज, कर्णपाल सिंह, प्रेम मलवानिया, गगन मेहता, जतिंद्र शर्मा, रमेश जोगी, जिलेराम वाल्मीकि, रोहताश पहलवान व राजपाल तंवर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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