कर्ण नगरी में अब जिला की बाउंड्री पर बनेंगे वेल्कम गेट,
आने-जाने वालों का करनाल करेगा स्वागत व धन्यवाद-उपायुक्त निशांत कुमार यादव।
करनाल 23 फरवरी (पी एस सग्गू)
करनाल जिला सड़क सुरक्षा समीति की मंगलवार को लघु सचिवालय में हुई मासिक बैठक में उपायुक्त एवं समीति के अध्यक्ष निशांत कुमार यादव ने बताया कि कर्ण नगरी में विभिन्न प्रवेश मार्गों पर महापुरूषों के नाम से बनाए गए द्वारों के बाद अब जिला की एन.एच.-44 बाउंड्री पर वेल्कम गेट बनाए जाएंगे, आने-जाने वालों का करनाल करेगा स्वागत व धन्यवाद। यह काम डी-प्लान से करवाया जाएगा।
बता दें कि सड़क सुरक्षा समीति की मासिक बैठकों का अच्छा-खासा असर हो रहा है। फरवरी मास की बैठक में बीते अक्तूबर, नवंबर और दिसम्बर के सड़क सुरक्षा से सम्बंधित 15 मामलों में से 11 पर सम्बंधित विभागो ने काम कर दिखाया, 1 प्रगति पर बताया गया और मात्र 3 मामले अगली मीटिंग तक पूरा करने के उपायुक्त के निर्देश के साथ पैंडिंग रखे गए।
बैठक में 14 नए मामलों पर चर्चा हुई- मंगलवार को हुई बैठक में सड़कों से सम्बंधित 14 नए मामलों के एजेंडा पर भी चर्चा हुई। इसके बिन्दु नम्बर 11 में उपायुक्त ने कुंजपुरा रोड पर ज्वैल्स होटल के सामने बनाई गई नई सड़क पर गड्ढïों को सचित्र देखा, तो नाराज हुए और एन.एच. जींद के प्रतिनिधि को खरी-खरी सुनाई। इस मसले को समिति की बैठक में दोबारा आने पर सड़क डैमेज होने का कारण पूछा, तो स्पष्टï उत्तर ना मिलने पर यहां तक कहा कि सेक्शन 133 में नोटिस देकर क्यों ना 188 में पर्चा दर्ज होना चाहिए। खैर, उन्होंने बैठक में मौजूद एसडीएम करनाल और सीटीएम को कहा कि दोनो अधिकारी सुओ मोटो के तहत शहर की सड़कों पर इस तरह की समस्या देखें और उन्हें ठीक करवाने के लिए एक्शन लें।
एमरजेंसी रोड रिपेयर मशीन से भरेंगे सड़कों के गड्ढïे- बैठक में उपायुक्त ने बताया कि सड़कों पर गड्ढïों की समस्या का एक त्वरित समाधान एक तरह की मशीन है। एमरजेंसी रोड रिपेयर व्हीकल से सड़क पर जहां भी गड्ढïा है, वहां मैटीरियल डालकर गड्ढïा भरा जाता है। अब स्मार्ट सिटी के जरिए मशीन लेंगे, जिसे नगर निगम संभालेगी। इससे मिलते-जुलते एक अन्य बिन्दु पर उन्होंने इंजीनियरिंग विभागों के अधिकारियों से कहा कि डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड के लिए रखी जाने वाली सिक्योरिटी एनओसी जारी करने के बिना पहले न दी जाए।
लम्बे समय से एग्जिट देने के मुद्ïदे का आखिर हुआ समाधान- नमस्ते चौक से निर्मल कुटिया के बीच नैशनल हाईवे की ओर से एक एग्जिट देने का मुद्ïदा गैर-सरकारी सदस्य संदीप लाठर द्वारा कई बार यह कहकर उठाया गया था, कि एग्जिट की आवश्यकता इसलिए बनती है कि इधर ट्रामासेंटर, कल्पना चावला मैडिकल कॉलेज और मिनी सचिवालय व न्यायालय जैसे भवन पड़ते हैं। आखिर आज उसका समाधान हो गया। बैठक में एन.एच. 44 के इंजीनियर भानू प्रताप ने कहा कि यह काम अगली मीटिंग तक हो जाएगा, गैर-सरकारी सदस्यों ने इस इंजीनियर के काम की तारीफ की और उपायुक्त ने धन्यवाद दिया।
बैठक में गैर सरकारी सदस्यों ने शहर से जुड़े कुछ नए मुद्दों पर उपायुक्त का ध्यान दिलाया – बैठक के समापन पर समिति के गैर सरकारी सदस्यों ने शहर से जुड़े कुछ नए मुद्दों पर उपायुक्त का ध्यान दिलाया। इनमें टो वैन से गलत पार्किंग की गई गाडिय़ों को उठाने और केसीजीएमसी के आगे रेहडिय़ां हटवाने का मामला था। नगरनिगम के एई सुनील भल्ला ने बताया कि रेहडिय़ां हटवा दी गई है। जबकि एसएचओ ट्रैफिक ने बताया कि टो वैन से एक दिन में अमुमन 20 चालान कर लेते हैं। इस पर उपायुक्त ने कहा कि अम्बेडकर चौंक से लघु सचिवालय से मॉडल टाऊन तक भी गलत पार्किंग में गाडिय़ां खड़ी मिलती हैं, इनके भी चालान किया करें। गैर सरकारी सदस्य रमन मिड्डïा ने बताया कि शहर में पार्किंग स्थलों पर तेजी से काम हो रहा है। ऐसी जगहों पर शौचालयों और पीने के पानी की भी व्यवस्था की जाए। उपायुक्त ने बताया कि अभी पुरानी सब्जी मंडी, जनरैली कोठी और पुराने एमसी भवन में पार्किंग बनाई गई है। अब पुरानी अनाज मंडी और रामलीला ग्राऊंड में भी इस तरह की पार्किंग बनाएंगे ताकि लोग वाहन लेकर व्यस्त बाजारों में न घुसे और सड़कों पर कंजैशन न करें।
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में ट्रैफिक लाईटों की उपायुक्त ने ली फीडबैक – चर्चा के दौरान उपायुक्त ने सामान्य तौर पर ट्रैफिक लाईटों की फीडबैक ली। सदस्यों ने बताया कि महात्मा गांधी चौंक पर बैरिकेटिंग लगी रहने से वहां लाईटों की जरूरत नहीं थी, इसी तरह एक-दो प्वाईंट और हैैं। इस पर डीसी ने कहा कि अभी एक तरह से ट्रायल ही है, ऐसे प्वाईंटों को बंद करवा देंगे। एक अन्य सदस्य संदीप लाठर ने शहर में आईजीएल कंपनी द्वारा डाली जा रही है गैस पाईपों के साथ जियो व एयरटेल की ओर से डाले जाने वाली लाईनों को जोखिम भरा बताया। इस पर बैठक में मौजूद आईजीएल के प्रतिनिधि ने बताया कि उनकी कंपनी की ओर से अब तक शहर के 10 हजार घरों को इस सुविधा से जोड़ा जा चुका है और 2 हजार घरों में सप्लाई भी दे चुके हैं लेकिन जियो और एयरटेल जो काम कर रहा है वह अति जोखिम भरा है। मशीन से और रात को पाईपलाईन डाली जा रही है इससे दुर्घटना का भय बना रहता है। इस पर उपायुक्त ने कहा कि इस तरह की लापरवाही के लिए जियो और एयरटेल को धारा 173 में नोटिस देंगे। एक अन्य मुद्दे पर डीसी ने जानकारी दी कि बसताड़ा टोल के पास आईटीआई और कॉलेज पड़ते हैं वहां डी प्लान से बूथ बनवाएंगे। जबकि बैठक में मौजूद एनएच के प्रतिनिधि ने कहा कि इस जगह पर फुट ओवर ब्रिज विद रैंप बनाया जाएगा।
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में एडीसी वीना हुड्डïा, करनाल, घरौंडा व असंध के एसडीएम क्रमश: आयुष सिन्हा, डा. पूजा भारती, साहिल गुप्ता व नगराधीश अभय जांगड़ा भी मौजूद रहे।
बता दें कि सड़क सुरक्षा समीति की मासिक बैठकों का अच्छा-खासा असर हो रहा है। फरवरी मास की बैठक में बीते अक्तूबर, नवंबर और दिसम्बर के सड़क सुरक्षा से सम्बंधित 15 मामलों में से 11 पर सम्बंधित विभागो ने काम कर दिखाया, 1 प्रगति पर बताया गया और मात्र 3 मामले अगली मीटिंग तक पूरा करने के उपायुक्त के निर्देश के साथ पैंडिंग रखे गए।
बैठक में 14 नए मामलों पर चर्चा हुई- मंगलवार को हुई बैठक में सड़कों से सम्बंधित 14 नए मामलों के एजेंडा पर भी चर्चा हुई। इसके बिन्दु नम्बर 11 में उपायुक्त ने कुंजपुरा रोड पर ज्वैल्स होटल के सामने बनाई गई नई सड़क पर गड्ढïों को सचित्र देखा, तो नाराज हुए और एन.एच. जींद के प्रतिनिधि को खरी-खरी सुनाई। इस मसले को समिति की बैठक में दोबारा आने पर सड़क डैमेज होने का कारण पूछा, तो स्पष्टï उत्तर ना मिलने पर यहां तक कहा कि सेक्शन 133 में नोटिस देकर क्यों ना 188 में पर्चा दर्ज होना चाहिए। खैर, उन्होंने बैठक में मौजूद एसडीएम करनाल और सीटीएम को कहा कि दोनो अधिकारी सुओ मोटो के तहत शहर की सड़कों पर इस तरह की समस्या देखें और उन्हें ठीक करवाने के लिए एक्शन लें।
एमरजेंसी रोड रिपेयर मशीन से भरेंगे सड़कों के गड्ढïे- बैठक में उपायुक्त ने बताया कि सड़कों पर गड्ढïों की समस्या का एक त्वरित समाधान एक तरह की मशीन है। एमरजेंसी रोड रिपेयर व्हीकल से सड़क पर जहां भी गड्ढïा है, वहां मैटीरियल डालकर गड्ढïा भरा जाता है। अब स्मार्ट सिटी के जरिए मशीन लेंगे, जिसे नगर निगम संभालेगी। इससे मिलते-जुलते एक अन्य बिन्दु पर उन्होंने इंजीनियरिंग विभागों के अधिकारियों से कहा कि डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड के लिए रखी जाने वाली सिक्योरिटी एनओसी जारी करने के बिना पहले न दी जाए।
लम्बे समय से एग्जिट देने के मुद्ïदे का आखिर हुआ समाधान- नमस्ते चौक से निर्मल कुटिया के बीच नैशनल हाईवे की ओर से एक एग्जिट देने का मुद्ïदा गैर-सरकारी सदस्य संदीप लाठर द्वारा कई बार यह कहकर उठाया गया था, कि एग्जिट की आवश्यकता इसलिए बनती है कि इधर ट्रामासेंटर, कल्पना चावला मैडिकल कॉलेज और मिनी सचिवालय व न्यायालय जैसे भवन पड़ते हैं। आखिर आज उसका समाधान हो गया। बैठक में एन.एच. 44 के इंजीनियर भानू प्रताप ने कहा कि यह काम अगली मीटिंग तक हो जाएगा, गैर-सरकारी सदस्यों ने इस इंजीनियर के काम की तारीफ की और उपायुक्त ने धन्यवाद दिया।
बैठक में गैर सरकारी सदस्यों ने शहर से जुड़े कुछ नए मुद्दों पर उपायुक्त का ध्यान दिलाया – बैठक के समापन पर समिति के गैर सरकारी सदस्यों ने शहर से जुड़े कुछ नए मुद्दों पर उपायुक्त का ध्यान दिलाया। इनमें टो वैन से गलत पार्किंग की गई गाडिय़ों को उठाने और केसीजीएमसी के आगे रेहडिय़ां हटवाने का मामला था। नगरनिगम के एई सुनील भल्ला ने बताया कि रेहडिय़ां हटवा दी गई है। जबकि एसएचओ ट्रैफिक ने बताया कि टो वैन से एक दिन में अमुमन 20 चालान कर लेते हैं। इस पर उपायुक्त ने कहा कि अम्बेडकर चौंक से लघु सचिवालय से मॉडल टाऊन तक भी गलत पार्किंग में गाडिय़ां खड़ी मिलती हैं, इनके भी चालान किया करें। गैर सरकारी सदस्य रमन मिड्डïा ने बताया कि शहर में पार्किंग स्थलों पर तेजी से काम हो रहा है। ऐसी जगहों पर शौचालयों और पीने के पानी की भी व्यवस्था की जाए। उपायुक्त ने बताया कि अभी पुरानी सब्जी मंडी, जनरैली कोठी और पुराने एमसी भवन में पार्किंग बनाई गई है। अब पुरानी अनाज मंडी और रामलीला ग्राऊंड में भी इस तरह की पार्किंग बनाएंगे ताकि लोग वाहन लेकर व्यस्त बाजारों में न घुसे और सड़कों पर कंजैशन न करें।
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में ट्रैफिक लाईटों की उपायुक्त ने ली फीडबैक – चर्चा के दौरान उपायुक्त ने सामान्य तौर पर ट्रैफिक लाईटों की फीडबैक ली। सदस्यों ने बताया कि महात्मा गांधी चौंक पर बैरिकेटिंग लगी रहने से वहां लाईटों की जरूरत नहीं थी, इसी तरह एक-दो प्वाईंट और हैैं। इस पर डीसी ने कहा कि अभी एक तरह से ट्रायल ही है, ऐसे प्वाईंटों को बंद करवा देंगे। एक अन्य सदस्य संदीप लाठर ने शहर में आईजीएल कंपनी द्वारा डाली जा रही है गैस पाईपों के साथ जियो व एयरटेल की ओर से डाले जाने वाली लाईनों को जोखिम भरा बताया। इस पर बैठक में मौजूद आईजीएल के प्रतिनिधि ने बताया कि उनकी कंपनी की ओर से अब तक शहर के 10 हजार घरों को इस सुविधा से जोड़ा जा चुका है और 2 हजार घरों में सप्लाई भी दे चुके हैं लेकिन जियो और एयरटेल जो काम कर रहा है वह अति जोखिम भरा है। मशीन से और रात को पाईपलाईन डाली जा रही है इससे दुर्घटना का भय बना रहता है। इस पर उपायुक्त ने कहा कि इस तरह की लापरवाही के लिए जियो और एयरटेल को धारा 173 में नोटिस देंगे। एक अन्य मुद्दे पर डीसी ने जानकारी दी कि बसताड़ा टोल के पास आईटीआई और कॉलेज पड़ते हैं वहां डी प्लान से बूथ बनवाएंगे। जबकि बैठक में मौजूद एनएच के प्रतिनिधि ने कहा कि इस जगह पर फुट ओवर ब्रिज विद रैंप बनाया जाएगा।
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में एडीसी वीना हुड्डïा, करनाल, घरौंडा व असंध के एसडीएम क्रमश: आयुष सिन्हा, डा. पूजा भारती, साहिल गुप्ता व नगराधीश अभय जांगड़ा भी मौजूद रहे।