उद्यान प्रशिक्षण संस्थान उचानी में पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया गया आयोजन, हिमाचल प्रदेश की 40 महिला किसानों को दिया गया प्रशिक्षण : डा. जोगिन्द्र सिंह
करनाल 30 मार्च( पी एस सग्गू)
महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से उद्यान प्रशिक्षण संस्थान, उचानी में पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के छ: ब्लोकों की 40 महिला किसानों को बागवानी प्रशिक्षण दिया गया। उद्यान प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त निदेशक एवं प्रधानाचार्य डा. जोगिन्द्र सिंह ने कहा कि उद्यान प्रशिक्षण संस्थान, उचानी (करनाल) हरियाणा का अग्रणिय संस्थान होने की वजह से हरियाणा के अलावा जम्मू कश्मीर, गुजरात, पंजाब, व हिमाचल प्रदेश के किसान हरियाणा के उत्कृष्ट केन्द्रों का भ्रमण करने व संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए समय-समय पर आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष हिमाचल प्रदेश के प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत 3 किसान समूह प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हंै। इसी कड़ी में 40 महिला किसानों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
डा. जोगिन्द्र सिंह ने बताया कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुभवी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा महिला किसानों को फलों व सब्जियों में एकीकृत पोषण प्रबंधन, मिट्टी व पानी की जांच के बारे विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अलावा सघन बागवानी, एकीकृत पौध संरक्षण, कीड़े व बीमारियों की पहचान व उनके नियंत्रण के साथ-साथ एकीकृत नाषीजीव प्रंबधंन पर विशेष तौर पर अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि हमीरपुर में पानी की कमी से जुझ रहे कुछ ब्लॉकों में टपका सिंचाई व संघन बागवानी का प्रशिक्षण दिया ताकि भू-जल संकट से बचा जा सके।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के कुछ ब्लोकों का वातावरण व हरियाणा के उत्तरी जिलों के वातावरण में समानता के कारण, हरियाणा में अधिकतर उगाई जाने वाली सब्जियां व फल हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश में नई तकनाकों को अपनाकर भली-भांति उगाई जा सकती है, जिससे किसानों की फसलों का उत्पादन व आय में निश्चित रूप से बढ़ोतरी होगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को इंडो-इजराईल सब्जी उत्कृष्टïता केन्द्र घरौण्डा, आलू उत्पादन केन्द्र शामगढ़, मधुमक्खी पालन केन्द्र, रामनगर व इंडो-इजराईल उष्ण कटिबंधीय फल उत्पादन केन्द्र, लाडवा में भ्रमण के दौरान, भिन्न-भिन्न केन्द्रों में हो रहे कार्यों व गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया गया। कार्यक्रम में वैज्ञानिकों/अधिकारियों द्वारा फल व सब्जी उत्पादन की पूर्ण जानकारी दी गई, जिससे महिला किसानों को अपने -अपने क्षेत्रों में जाकर यहां की नई उत्पादन तकनीकों को अपनाकर अपनी आमदनी को बढ़ा सके।
प्रशिक्षण के सयोजक डा. दिनेश कुमार ने संस्थान व सभी केन्द्रों पर वैज्ञानिकों द्वारा दी गई जानकारी को अपनाने पर जोर दिया। महिला किसानों के साथ आए हुए उद्यान विकास अधिकारी, हमीरपूर, डा. जीना बनियाल ने कहा कि इस प्रशिक्षण से महिलाएं अपने क्षेत्रों मे जाकर अपनी आय में दो गुणी वृद्धि और उत्पादन खर्चो को काफी कम कर पाएगी और हम हमारे प्रदेश के किसानों को जागरूक करेंगे कि वो भी इन इंडो-इजराईल केन्द्रों व संस्थान में तकनीकी ज्ञान लेकर बागवानी की काश्त करके आय को बढ़ा सकते हैं।
डा. जोगिन्द्र सिंह ने बताया कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुभवी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा महिला किसानों को फलों व सब्जियों में एकीकृत पोषण प्रबंधन, मिट्टी व पानी की जांच के बारे विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अलावा सघन बागवानी, एकीकृत पौध संरक्षण, कीड़े व बीमारियों की पहचान व उनके नियंत्रण के साथ-साथ एकीकृत नाषीजीव प्रंबधंन पर विशेष तौर पर अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि हमीरपुर में पानी की कमी से जुझ रहे कुछ ब्लॉकों में टपका सिंचाई व संघन बागवानी का प्रशिक्षण दिया ताकि भू-जल संकट से बचा जा सके।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के कुछ ब्लोकों का वातावरण व हरियाणा के उत्तरी जिलों के वातावरण में समानता के कारण, हरियाणा में अधिकतर उगाई जाने वाली सब्जियां व फल हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश में नई तकनाकों को अपनाकर भली-भांति उगाई जा सकती है, जिससे किसानों की फसलों का उत्पादन व आय में निश्चित रूप से बढ़ोतरी होगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को इंडो-इजराईल सब्जी उत्कृष्टïता केन्द्र घरौण्डा, आलू उत्पादन केन्द्र शामगढ़, मधुमक्खी पालन केन्द्र, रामनगर व इंडो-इजराईल उष्ण कटिबंधीय फल उत्पादन केन्द्र, लाडवा में भ्रमण के दौरान, भिन्न-भिन्न केन्द्रों में हो रहे कार्यों व गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया गया। कार्यक्रम में वैज्ञानिकों/अधिकारियों द्वारा फल व सब्जी उत्पादन की पूर्ण जानकारी दी गई, जिससे महिला किसानों को अपने -अपने क्षेत्रों में जाकर यहां की नई उत्पादन तकनीकों को अपनाकर अपनी आमदनी को बढ़ा सके।
प्रशिक्षण के सयोजक डा. दिनेश कुमार ने संस्थान व सभी केन्द्रों पर वैज्ञानिकों द्वारा दी गई जानकारी को अपनाने पर जोर दिया। महिला किसानों के साथ आए हुए उद्यान विकास अधिकारी, हमीरपूर, डा. जीना बनियाल ने कहा कि इस प्रशिक्षण से महिलाएं अपने क्षेत्रों मे जाकर अपनी आय में दो गुणी वृद्धि और उत्पादन खर्चो को काफी कम कर पाएगी और हम हमारे प्रदेश के किसानों को जागरूक करेंगे कि वो भी इन इंडो-इजराईल केन्द्रों व संस्थान में तकनीकी ज्ञान लेकर बागवानी की काश्त करके आय को बढ़ा सकते हैं।