आर्ट ऑफ लिविंग का आनंद उत्सव 11 से 13 अगस्त तक, आइए…तनाव भगाइए, खुशियां लाइए सीनियर टीचर नीलम अरोड़ा व तान्या अरोड़ा कराएंगी तीन दिवसीय हैप्पीनेस कोर्स

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आर्ट ऑफ लिविंग का आनंद उत्सव 11 से 13 अगस्त तक, आइए…तनाव भगाइए, खुशियां लाइए

सीनियर टीचर नीलम अरोड़ा व तान्या अरोड़ा कराएंगी तीन दिवसीय हैप्पीनेस कोर्स

करनाल 08 अगस्त (पी एस सग्गू)

आज के तनाव , मानसिक तकलीफ व रिश्तों में आपसी खींचतान के दौर में  खुशी से परिपूर्ण और चिंतामुक्त जीवन हर कोई जीना चाहता है, लेकिन छटपटाहट इस बात की है कि ऐसा हो नहीं पाता, इसके लिए मानव हर तरह के प्रयास करता है लेकिन कहीं ना कहीं उसके मन में ये कसक रहती है कि खुशी को चिरस्थायी रूप से कैसे अपने जीवन में उतारा जाए, कैसे हमेशा तनावमुक्त रहा जाए। इन सब सवालों के जवाबो का उत्तर इस बार शुक्रवार 11 अगस्त से 13 अगस्त तक यानी तीन दिन लगातार आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से सेक्टर 14 स्थित कृष्णा मंदिर में कराए जा रहे आनंद उत्सव में जरूर मिल जाएगा। आनंद उत्सव का समय शुक्रवार 11 अगस्त से सुबह 10.30 से 1 बजे तक और दोपहर बाद 3 बजे से 5.30 बजे तक रखा गया है। आर्ट ऑफ लिविंग की सीनियर टीचर नीलम अरोड़ा व टीचर तान्या अरोड़ा तीन दिवसीय आनंद उत्सव प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से आपके जीवन में खुशियां लाने और चिंतामुक्त जीवन जीने के तरीके बताएंगी।

आर्ट ऑफ लिविंग की पूर्व जिला कोर्डिनेटर नीलम अरोडा व  टीचर तान्या अरोड़ा ने बताया कि आनंद उत्सव यानी खुशियों के उत्सव में सभी को सुदर्शन क्रिया सिखाई जाएंगी, इसके अलावा योग प्राणायाम, ध्यान की विधियां भी बताई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस कोर्स से पहले हम लोग जन जन तक पहुंचते हैं ताकि अधिक से अधिक लोग ऐसे महत्वपूर्ण कोर्सिस का लाभ ले सकें। जो लोग पहले हैप्पीनेस कोर्स कर चुके हैं या नए लोग जो करना चाहते हैं, वे भी सेक्टर 13 स्थित 2009 नंबर में उनसे संपर्क कर इस कोर्स में हिस्सा ले सकते हैं । असल में सुदर्शन क्रिया में सांसों का समन्वय है, हमारा पूरा जीवन सांसों पर टिका है और अधिकतर बीमारियां भी  सांसों के कारण होती है,, हम सही तरह से सांस कैसे लें, योगा कैसे करें, ध्यान कैसे करें और हर समय खुश कैसे रहें, तनाव से छुटकारा कैसे पाएं, ये सब इन क्रियाओं के माध्यम से बताया जाता है, हंसना बहत जरूरी है इसलिए हंसने की क्रियाएं कराई जाती हैं ताकि कोर्स के बाद घर पर भी प्रशिक्षण हासिल करने वाला व्यक्ति इन क्रियाओं को करके खुश रह सके। कई मंचों पर सम्मानित हो चुकी आर्ट ऑफ लिविंग से पिछले 19 बरस से जुड़ी सीनियर टीचर नीलम अरोडा व टीचर तान्या अरोड़ा की माने तो अधिकतर बीमारियो का ताल्लुक हमारे मन से है और  हर मन से जुड़ी बीमारी का निवारण सुदर्शन क्रिया से संभव है इसलिए हर व्यक्ति को अपने जीवन में सुदर्शन क्रिया अपनानी चाहिए। इस 11 अगस्त शुक्रवार से 13 अगस्त तक सेक्टर 14 स्थित कृष्णा मंदिर में चलने वाले तीन दिवसीय आनंद उत्सव का उद्देश्य लोगों के मन में खुशी का संचार कर उनके जीवन में नए संकल्पों व सपनों को उजागर करना है। बरसों से आर्ट आफ लिविंग की प्रतिविंब बन चुकी सीनियर टीचर नीलम अरोडा व तान्या अरोडा के अनुसार, इसे यूं समझा जा सकता है कि तनावमुक्त जीवन समय की मांग है और आनंद उत्सव जीने का सही तरीका, तो आइए जीवन का सही तरीका आनंद उत्सव में सीखिए, हर किसी को अपनानी चाहिए सुदर्शन क्रिया, ध्यान, योग और हंसने की क्रियाएं।

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