आमजन अपनी समस्याएं सांसद और विधायक के समक्ष रखने के लिए स्वतंत्र : सांसद संजय भाटिया
करनाल 22 जून (पी एस सग्गू)
करनाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय भाटिया ने नगर निगम के जेई कृष्ण कुमार को फोन पर लताड़ लगाते हुए कहा कि आपके अधीन कार्य करने वाले कर्मचारी अपनी समस्या संबंधित सांसद और विधायक के समक्ष रखने के लिए स्वतंत्र हैं। आप उन्हें डरा व धमका कर समस्या को किसी ऐसे प्लेटफॉर्म पर जाने से नहीं रोक सकते, जहां से उसका निवारण संभव हो।
सांसद संजय भाटिया मंगलवार को रेलवे रोड स्थित भाजपा कार्यालय में जन सुनवाई के दौरान आमजन की समस्याओं को सुन रहे थे। बता दें कि नगरनिगम करनाल में ठेकेदार के अधीन कार्य कर रहे लगभग 60 सीवरमैन कर्मचारियों का एक प्रतिनिधि मंडल ठेकेदार प्रथा से मुक्त होकर विभाग के अधीन कार्य करने को लेकर ज्ञापन देने सांसद संजय भाटिया से मिलने पहुंचा था। सीवरमैन कर्मचारियों ने सांसद को बताया कि विभाग के जेई कृष्ण कुमार हमें अपनी समस्या आपके पास रखने से रोकते हैं और डराते हैं कि तुम्हें नौकरी से निकालवा दूंगा। यह सुनकर सांसद ने जेई को फोन किया और कहा कि ऐसा कहना ठीक नहीं है। कर्मचारी आपके परिवार के सदस्य की तरह हैं, उनकी समस्याओं का समाधान हो, ऐसा अधिकारी का भी प्रयास होना चाहिए। सांसद ने सीवरमैन कर्मचारियों को उनकी समस्या के हल के लिए आश्वस्त किया। आरके पुरम कॉलोनी से कुछ लोग विकास कार्यों को लेकर सांसद से मिले जिस पर सांसद ने अधिकारियों से बात करने उपरांत कॉलोनीवासियों से कहा कि अवैध होने के कारण विकास कार्य रूका है, हालांकि प्रदेश स्तर पर निर्णय लेकर करीब 900 कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बड़ी राहत दी है। आने वाले समय में भी इस प्रकार के निर्णय सरकार लेती रहेगी और विकास का पहिया ऐसे ही जारी रहेगा। उन्होंने कॉलोनीवासियों को आश्वस्त किया कि जो बेहतर हो सकेगा, उनके लिए किया जाएगा। उन्होंने जन सुनवाई के दौरान आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार संवेदनशील सरकार है जो हर मुद्दे पर गंभीरता से विचार करते हुए आमजन के हित में निर्णय लेती है। आज पारदर्शिता के आधार पर गरीब का बच्चा भी नौकरी पा रहा है। सरकार ने चाहे किसान वर्ग हो, व्यापारी वर्ग हो, कर्मचारी हों या फिर श्रमिक हो, हर वर्ग के लिए जन कल्याणकारी योजनाएं बनाई हैं और बिना किसी भ्रष्टाचार के इन योजनाओं का लाभ भी प्रदेश की जनता को मिल रहा है।
इसी प्रकार पूर्व एमआईटीसी कर्मचारी शाम सुंदर मुंजाल और महेन्द्र सिंह बेनीवाल द्वारा एक शिकायत सांसद को दी गई, जिसमें उन्होंने बताया कि वर्ष 2002 में सरकार द्वारा एमआईटीसी विभाग को बर्खास्त कर दिया गया था जिसके बाद वर्ष 2006 में सरकार द्वारा पुन: 55 वर्ष से कम आयु के कर्मचारियों को एडजस्ट किया गया था। वर्तमान सरकार ने भी दिसम्बर 2020 में एमआईटीसी के कर्मचारियों के लिए मानदेय की घोषणा की है जिसके दायरे में 75 प्रतिशत एमआईटीसी से निकाले गए कर्मचारी आते हैं और शेष 25 प्रतिशत कर्मचारी जिनकी संख्या लगभग 700 है, उन्हें किसी भी प्रकार का लाभ नहीं मिला है, न तो मानदेय का और न ही विभाग में किसी नौकरी का। इस पर सांसद ने गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए सभी पूर्व कर्मचारियों से कहा कि मैं आप सबकी समस्या के निदान के लिए हरसंभव प्रयास करूंगा।
जन सुनवाई के दौरान हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कार्य कर रहे वोकेशनल टीचर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल भी सांसद के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचा जिसमें उन्होंने वोकेशनल टीचर प्रोवाईडर के तहत हुई ज्वाईनिंग के स्थान पर विभागीय ज्वाईनिंग की मांग की चाहे वह अनुबंधित आधार पर ही हो। इस पर सांसद ने प्रतिनिधि मंडल की ओर से आए जितेन्द्र देसवाल और चंचल को भी आश्वस्त किया कि उनकी यह मांग चंडीगढ़ विभागाध्यक्ष के माध्यम से पूरी करवाने की हरंसभव कोशिश करेंगे। इसी प्रकार जन सुनवाई के दौरान करनाल जिला के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने भी सांसद के समक्ष मूलभूत सुविधाओं, रोजगार और पुलिस महकमे से संबंधित समस्याएं रखीं जिसका सांसद ने दूरभाष के माध्यम से अधिकारियों को निर्देश देते हुए निराकरण किया। इस मौके पर लगभग 125 शिकायतों का समाधान किया गया और सांसद ने कहा कि वे हर सप्ताह इसी प्रकार जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित करेंगे और क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का समाधान करवाएंगे।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, पूर्व जिलाध्यक्ष अतर सिंह संधू, जिला मीडिया प्रभारी डा. अशोक, सीनियर डिप्टी मेयर एवं रामनगर मंडल अध्यक्ष राजेश अग्गी, उपाध्यक्ष प्रवीण लाठर, मंडल अध्यक्ष जसपाल वर्मा, सुनील गुप्ता, महामंत्री सुनील गोयल, मीडिया कोर्डिनेटर हरपाल सिंह कलामपुरा, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र गौरसी, पार्षद युद्धवीर सैनी, पार्षद सुभाष कश्यप, कुंजपुरा मंडल अध्यक्ष मोहन लाल सैनी, विकास कथूरिया, मनमीत बावा, सिकन्दर सलमानी, डा. राजेश आनंद, दीपक गुप्ता, संजय गांधी, राजेश वोहरा, कृष्ण कुमार, संजय राणा, मंजू खैंची सहित कार्यकर्ता मौजूद रहे।