आदित्य बिड़ला समूह पेंट उद्योग में बड़ा बदलाव लाने के लिए तैयार
बिड़ला ओपस ने रखा 3 साल के भीतर 10,000 करोड़ रुपये की आय का लक्ष्य
कुमार मंगलम बिड़ला
पानीपत 23 फरवरी (पी एस सग्गू)
आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष, कुमार मंगलम बिड़ला ने आज अपने नए डेकोरेटिव पेंट ब्रांड, “बिरला ओपस” के तहत विभिन्न उत्पादों और सेवाओं के लॉन्च की घोषणा की, और इसका लक्ष्य है, पूरे पैमाने पर संचालन के 3 साल के भीतर 10,000 करोड़ रुपये की सकल आय अर्जित करना। यह 10,000 करोड़ रुपये के अभूतपूर्व निवेश के साथ, तेज़ी से बढ़ते 80,000 करोड़ रुपये के भारतीय डेकोरेटिव (सजावटी) पेंट बाज़ार में आदित्य बिड़ला समूह के प्रवेश का प्रतीक है। बिड़ला ओपस व्यवसाय की स्थापना, समूह की प्रमुख कंपनी, ग्रासिम इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड द्वारा की जा रही है।
आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष, कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, “भारत में आज गतिशीलता, साहस और परिवर्तन का रुझान है। यह नया भारत, हमारे पेंट से जुड़े उद्यम, बिड़ला ओपस में प्रतिबिंबित होता है। बिड़ला ओपस मौजूदा क्षमता में 40% की बढ़ोतरी के साथ पेंट उद्योग में आमूल बदलाव लाने के लिए तैयार है। विश्व स्तर पर किसी भी पेंट कंपनी ने कभी भी एक ही बार में-कारखानों, संचालन, उत्पादों और सेवाओं को उस पैमाने पर लॉन्च नहीं किया है, जिस पैमाने पर हम करने जा रहे हैं।“
उन्होंने कहा, बिड़ला ओपस उत्पाद, मार्च 2024 के मध्य से पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु में और जुलाई 2024 तक भारत के सभी 1 लाख आबादी वाले शहरों में उपलब्ध होंगे। कंपनी का लक्ष्य है, चालू वित्त वर्ष के अंत तक 6,000 से अधिक शहरों में अपने वितरण का तेज़ी से विस्तार करना। यह किसी भी पेंट ब्रांड द्वारा किया गया पूरे भारत में सबसे तेज़ और व्यापक लॉन्च होगा।
आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष ने ‘बिड़ला ओपस’ के ब्रांड लोगो का भी अनावरण किया। ‘ बिड़ला ओपस’ नाम उस भरोसे का प्रतीक है जो आदित्य बिड़ला ब्रांड को रेखांकित करता है और इसमें जुड़ा ‘ओपस’ सुंदरता का प्रतीक है। ‘ओपस’ शब्द लैटिन भाषा के “मैग्नम ओपस” से लिया गया है, जिसका मतलब है कला के लिहाज़ से महान कृति।
आदित्य बिड़ला समूह के निदेशक हिमांशु कपानिया ने कहा, “बिरला ओपस रचनात्मकता, पैमाने, पारदर्शिता, प्रौद्योगिकी और वहनीयता के मानकों को पुनर्परिभाषित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। बिड़ला ओपस, पेंटिंग के अनुभव को आनंददायक और समसामयिक बनाकर उपभोक्ता के सफ़र को आसान बनाने का वादा करता है।
बिरला ओपस वाटर बेस्ड पेंट, एनामल पेंट, वुड फिनिश, वॉटरप्रूफिंग और वॉलपेपर में 145 अधिक उत्पादों और 1200 से अधिक एसकेयू के साथ उद्योग में सबसे विस्तृत रेंज की पेशकश करेगा।, बिड़ला ओपस 216 शानदार भारतीय रंगों सहित 2,300 से अधिक टिंटेबल रंग विकल्पों की सबसे बड़ी रेंज पेश करेगा।
यह ब्रांड अपनी डायरेक्ट पेंटिंग सेवा, पेंटक्राफ्ट के ज़रिये भी उपभोक्ताओं को खुश करने के लिए तैयार है। उद्योग में पहली बार, लॉन्च के समय ही उत्पादों और सेवाओं की व्यापक रेंज के लिए वन-स्टॉप-शॉप की पेशकश की जा रही है।
बिड़ला ओपस के मुख्य कार्यकारी रक्षित हरगवे ने कहा, “मज़बूत इन-हाउस अनुसंधान एवं विकास और व्यापक फील्ड वेलिडेशन के आधार पर, बिड़ला ओपस अधिकांश वाटर-बेस्ड उत्पादों में अग्रणी कंपनियों की तुलना में अधिक उत्पाद वारंटी प्रदान के लिए प्रतिबद्ध है। बिड़ला ओपस एनामेल्स और वुड फिनिश उत्पादों पर पहली बार वारंटी की पेशकश कर बेंचमार्क भी स्थापित कर रहा है। ग्राहक-केंद्रित संगठन के रूप में, बिड़ला ओपस शीघ्र ही एक अनोखा और अग्रणी ग्राहक आश्वासन कार्यक्रम शुरू करने के लिए तैयार है। उद्घाटन प्रस्ताव के अंग के रूप में, उपभोक्ताओं को जल-आधारित उत्पादों पर अतिरिक्त 10% वॉल्यूम मिलेगा और ठेकेदारों को हमारे अधिकांश उत्पादों पर लॉयल्टी बेनिफिट (वफादारी लाभ) मिलेगा।
बिड़ला ओपस 300,000 से अधिक पेंटिंग ठेकेदारों को नामांकित कर चुकी है और यह अब तक का सबसे बड़ा सैम्प्लिंग कार्यक्रम शुरू कर रहा है।
बिरला ओपस 40% कम फुटप्रिंट के साथ नए युग की कॉम्पैक्ट टिंटिंग मशीनें मुफ्त में स्थापित कर रहा है, जिससे रंग के अडॉप्शन में आसानी होगी। बिड़ला ओपस नवीनतम वेयरहाउसिंग सिस्टम के साथ एकीकृत 150 से अधिक डिपो के सबसे बड़े नेटवर्क के ज़रिये डिपो टाउन में डीलरों को अपने 1200 से अधिक एसकेयू की 4 घंटे की डिलीवरी के उद्योग मानक को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बिड़ला ओपस के छह रणनीतिक रूप से स्थित, पूरी तरह से स्वचालित, एकीकृत और वैश्विक स्तर के विनिर्माण संयंत्र हैं, जिनकी कुल वाणिज्यिक क्षमता 1,332 एमएलपीए (मिलियन लीटर प्रति वर्ष) है और यह मौजूदा उद्योग क्षमता के मुकाबले 40% की शानदार बढ़ोतरी है। आज पानीपत (हरियाणा), लुधियाना (पंजाब) और चेय्यर (तमिलनाडु) में स्थित बिड़ला ओपस संयंत्रों को राष्ट्र को समर्पित किया गया। चामराजनगर (कर्नाटक), महाड (महाराष्ट्र) और खड़गपुर (पश्चिम बंगाल) में स्थित संयंत्र, वित्त वर्ष 2025 के दौरान उत्पादन शुरू कर देंगे। सभी 6 विनिर्माण संयंत्र बगैर ज़ीरो लिक्विड डिस्चार्ज के साथ पूरी तरह से वहनीय हैं और तेज़ गति, ज़ीरो डिफेक्ट और एंड-टू-एंड ट्रैसेबिलिटी पर आपूर्ति श्रृंखला प्रक्रियाओं का प्रबंधन करने के लिए चौथी पीढ़ी की विनिर्माण टेक्नोलॉजी से लैस हैं।
पेंट बाजार में आदित्य बिड़ला समूह का प्रवेश बुनियादी ढांचे के विकास और सभी के लिए आवास पर सरकार के ज़ोर से इस क्षेत्र के भविष्य में कंपनी के विश्वास को दर्शाता है। भारत की अर्थव्यवस्था 2034 तक 10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है और उस समय तक पेंट सेक्टर 3,00,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर जाएगा।