आक्सीजन की कमी से जूझ रहे लोगों तक आक्सीजन पहुंचा रही हैं करनाल की बेटी मुस्कान
आक्सीजन कंंसंट्रेटर ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचा रही है मुस्कान
किसी की मौत दवा और आक्सीजन की कमी से ना हो यह बनाया लक्ष्य
करनाल, 2 जून (पी एस सग्गू) कोविड काल में जहां एक तरफ तमाम सेवी संस्थाएं मरीजों तथा जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए आगे आ रही हैं। वहीं पर युवा भी सेवा के क्षेत्र में आगे आ रहे हैं। करनाल में कई युवा तो अपने जेब खर्च को एकित्रत कर अपने रिश्तेदारों तथा परिजनों आसपास के लोगों से फंड एकत्रित कर सेवा के कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। करनाल के तरावड़ी कस्बे से वैश्य परिवार की बेटी मुस्कान गुप्ता अपने सहयोगियों के साथ मिल कर जरूरतमंद लोगों को आक्सीजन का दान दे रही है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में क्षेत्रों में आक्सीजन की कमी से जूझ रहे लोगों को आक्सीजन देने के लिए आक्सीकंसंट्रेटर पहुंचा रही हैं। उनका उद्देश्य है कि कोई भी आक्सीजन की कमी से नहीं मरें। तरावड़ी में मुस्कान ओवरसीज तथा जगदंबा राइस मिल के संचालक मुनीष गुप्ता की बेटी मुस्कन गुप्ता अपनी संस्था हेल्प इंडिया और राज्य सभा से सासंद दीपेंद्र हुड्डा की टीम के साथ मिल कर काम कर रही हैु। बीते दिनों उहोंने टीम दीपेंद्र हुड्डा के माध्यम से करनाल जिले के नीसिंग, धरौंडा, असंध बल्ला इंद्री में स्थित सीएचसी को आक्सीजन कंसंट्रेटर दिए। उनके पिता मुनीष गुप्ता सासंद दीपेंद्र हुड्डा के सहपाठी हैं। जब कि उनके दादा पूर्व सीएम भपेंद्र सिंह हुड्डा के सहपाठी रहे हैं। मुस्कान ने बताया कि उनकी संस्था हेल्प इंडिया कोरोना से बचाव और मरीजों को हौंसला देन के लिए काम कर रही हैं। । उन्होंने बताया कि करनाल को उन्होंने अपना कर्म क्षेत्र बनाया हुआ हैं। वह अब करनाल के बाद हिसार कुरुक्षेत्र में भी आक्सीजन कंसंट्रेटर देंगी। उन्होंने बताया कि सरकासर तो अपना काम कर रही ळैं। लेकिन युवाओं को भी लोगों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहरों में तो लोग आक्सीजन के लिए आगे आ रहे हैं। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा के लिए लोग आगे नहीं आ रहे हैं। उन्होंने बताया के वह कोराना ही नहीं ब्लेक फंगस के इलाज में काम आने वाली जीवन रक्षक दवाओं को भी मुहैँया करवा रही हैं। उन्होंने इस काम के लिए उन्हें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सासंद दीपेंद्र हुउ्डा और अपने परिवार से प्रेरणा मिल रही हैं। मुस्कान गुप्ता ने बताया कि उसे भी दो बार कोरोना से अपना शिकार बनाया। वह बिना अस्पताल में जाए ठीक हुई । उन्होंने बताया कि ना तो खुद कोरोना के करियर बनें और ना ही दूसरों को बननें दें। इसके लिए मास्क लगा कर धर सो बाहर निकलें। बार बार हाथ धौंए और दो गज की दूरी रखें। कोरोना होने पर घबराएं नहीं। हौसला बना कर रखें। उन्होंने सभी से अपील की कि जिना हा सके लोगों की मदद करें। मुस्यकान के पिता ने बताया कि उनका खानदान भी शुरू से ही सेवाके क्षेत्र में आगे रहा हैं। इस पंरपरा को वह तथा उनकी बेटी आगे बढ़ा रही