अकाल तख़्त साहेब के जत्थेदार सिंह साहेब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पियरसन स्कॉलर परमवीर सिंह को सम्मानित किया
करनाल 22 अगस्त ( पी एस सग्गू)
पियरसन स्कालर परमवीर सिंह के लिए आज ये बेहद ख़ुशी व गर्व के पल रहे जब उसे सिख क़ौम की सिरमौर हस्ती श्री अकाल तख़्त साहेब के जत्थेदार सिंह साहेब ज्ञानी हरप्रीत सिंह के हाथों सम्मानित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कनाडा की नम्बर 1 रैंकिंग प्राप्त यूनिवर्सिटी आफ टोरोंटो से मैनज्मेंट की पढ़ाई के लिए परमवीर सिंह को लगभग दो करोड़ से अधिक की स्कालर्शिप प्राप्त होने को समाज के साथ साथ सिख क़ौम के लिए सम्मान की बात बताते हुए जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने आज परमवीर सिंह को तख़्त श्री दमदमा साहेब तलवंडी साबो, ज़िला बठीन्डा में सिरोपा पहनाकर व तख़्त साहेब का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह क़ौम के लिए मान की बात है कि इस वर्ष पूरी दुनिया से जो 37 बच्चे इस स्कालर्शिप के लिए चयनित हुए हैं, ओर भारत के जो चार बच्चे इस सूची में हैं उन्मे से तीन बच्चे सिख हैं।
तख़्त श्री दमदमा साहेब के प्रबंधक रणजीत सिंह ने कहा कि परमवीर सिंह अमृतधारी नौजवान है। वह उन सिख बच्चों के लिए प्रेरणा है जिन्हें लगता है कि केस क़त्ल करवाकर ही सफलता हासिल की जा सकती है। इस अवसर पर मौजूद शिरोमणि गतका फ़ेडरेशन आफ इंडिया के प्रधान गुरतेज सिंह खालसा ने परमवीर सिंह की सफलता को उसकी कड़ी मेहनत ओर परमात्मा की कृपा का परिणाम बताया। श्री अकाल तख़्त साहेब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के हाथों से मिले सम्मान को अपनी ज़िंदगी का सबसे बड़ा सम्मान बताते हुए परमवीर सिंह ने कहा कि श्री अकाल तख़्त साहेब वो पवित्र स्थान है जिसकी स्थापना छठे गुरु श्री गुरु हरगोबिंद साहेब ने की थी। यह तख़्त आम दुनियावी तख़्त न होकर अकाल पुरख का तख़्त है जिसके जत्थेदार को सिख क़ौम की सिरमौर हस्ती माना जाता है। ऐसे महान व्यक्तितव से साहेब श्री गुरु ग्रंथ साहेब की हज़ूरी ओर गुरु संगत की हाजरी में मिले सम्मान को वह एक ज़िम्मेदारी के रूप में मानते हैं ओर उनका प्रयास रहेगा कि वो ताउम्र गुरमत के मानवतावादी सिद्धांत का पालन करते रहें। परमवीर सिंह के पिता व निफा अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने भी इसे अपने पूरे परिवार के लिए गर्व का क्षण बताया है।