अमृतधारा हॉस्पिटल की लापरवाही से हुई ज्योति की मौत : कर्मवीर बौध

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अमृतधारा हॉस्पिटल की लापरवाही से हुई ज्योति की मौत : कर्मवीर बौध

करनाल 13 फरवरी ( पी एस सग्गू)
 आईबी अधिकारी ज्योति की मौत को लेकर करनाल व अन्य जनपदों के सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधित्व व परिजनों ने मिलकर प्रशासन के सम्मुख अमृतधारा हॉस्पिटल की लापरवाही को उजागर करते हुए जिला उपायुक्त महोदय के नाम तहसीलदार करनाल को अपना ज्ञापन सौंपा व जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से उप पुलिस अधीक्षक बीर सिंह जी को ज्ञापन सौंपते हुए ज्योति के परिजन, पिता कर्मबीर बौध जी ने अमृतधारा हॉस्पिटल की लापरवाही को उजागर करते हुए कहा कि मेरी बेटी स्वास्थ्य थी जिनका आईबी के अन्दर सिलेक्शन हुआ। और 20 अक्तूबर 2022 को मेडिकल में फिट होते हुए 22 तारीख को अचानक बीमार हो जाती है जिनको उनके ससुराल पक्ष की ओर से डॉ. गजे सिंह पूर्व डिप्टी सीएमओ की ओर से अमृतधारा हॉस्पिटल में 23 तारीख को दाखिल कराया जाता है। डिग्री होल्डर डॉक्टर न होते हुए एक बी.एम.एस. डॉक्टर द्वारा ट्रीटमेंट हुआ जिससे की गलत डोज के द्वारा ज्योति का ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण 25 अक्तूबर को मौत हो जाती है जिससे परिवार काफी सदमें रहा। क्योंकि बेटी को 5 नवम्बर को ही जोधपुर में अधिकारी के तौर पर ज्वाईन करना था लेकिन बेटी परिवार के बीच से चली गई। यह पूरा का पूरा दोष अमृतधारा हॉस्पिटल की लापरवाही की वजह से हुआ। क्योंकि रात को जो ट्रीटमेंट दिया गया कोई डाक्टर नहीं था। अनट्रेंड स्टाफ के द्वारा उनकी देखरेख हुई जिससे कि बच्ची हमारी बीच नहीं रही। हॉस्पिटल के खिलाफ बोर्ड का गठन हुआ, बोर्ड ने पूरी तरह से लापरवाही को प्राप्त किया। जिससे कि यह साबित हुआ कि ज्योति की मौत अमृतधारा हॉस्पिटल के मालिक व स्टाफ की बिना देखरेख से ही मौत हुई। दूसरा बोर्ड करनाल सीएमओ डॉ. योगेश कुमार के नेतृत्व में गठन हुआ लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद कोई रिपोर्ट प्रेषित न करना मिलीभगत का अंदेशा जाहिर होता है जो कि अमृतधारा हॉस्पिटल का मालिक अपने आप को सीएम का आदमी बताकर लोगों के साथ धोखाधड़ी और मौत के घाट उतारने का काम कर रहा है। प्रशासन के सम्मुख ज्ञापन सौंपते हुए समस्त सामाजिक संस्थाओं ने निर्णय लिया अगर इनके मालिक डयूटी पर तैनात डॉक्टर के खिलाफ 302, 307 के तहत मामला दर्ज नहीं हुआ तो सभी शहरवासियों से अपील कर हॉस्पिटल पर ताला जडऩे का कार्य करेंगे। प्रशासन को एक सप्ताह का समय दिया गया है अगर एक सप्ताह के अंदर कार्यवाही हुइ तो ठीक है अन्यथा बुरे परिणाम भुगतने के लिए प्रशासन तैयार रहे।  अमृतधारा हॉस्पिटल हरियाणा सरकार के पैनल पर था बोर्ड के द्वारा लापरवाही मिलने से उसके पैनल को रद्द कर दिया गया है।
इस मौके पर संत समाज सुरक्षा मिशन के राष्ट्रीय प्रचारक स्वामी सदानन्द जी, युवा बोला मंच के संरक्षक जे.पी. शेखपुरा, सामाजिक परिवर्तन संघ के चेयरमैन कृष्ण कुटेल, डॉ. अम्बेडकर समाज कल्याण सभा के अध्यक्ष अमर सिंह पातलान, रविदासिया समाज सेवा संघ के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह, एससी-एसटी लीगल सैल से एडवोकेट नरेश रंगा व एडवोकेट संजय कोहण्ड, एडवोकेट अनिल कलसन, सिख समाज पंथ से सरदार गुरनाम सिंह, किसान सैल के अध्यक्ष राजिन्द्र आर्य दादूपुर, अम्बेडकर युवा समिति घरौंडा के संरक्षक मलखान नम्बरदार, पालाराम बौध, पानीपत से राजबीर पुनिया, राजपाल मांडी, महेन्द्र गोंदर, श्रमिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष महेन्द्र नरवाल व अन्य संस्थाओं से लोग मौजूद रहे।

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