- पीडितों, शोषितों, दबे-कुचलों, महिलाओं के मसीहा थे, संविधान निर्माता डॉ भीम राव अंबेडकर – डॉ रामपाल सैनी
करनाल 13 अप्रैल ( पी एस सग्गू)
डीएवी पीजी कॉलेज में अंबेडकर चेयर,जनसंचार,पत्रकारिता विभाग एवं राजनीति शास्त्र विभाग के सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित संविधान निर्माता, महिलाओं के मुक्तिदाता, भारत रत्न डॉ भीम राव अंबेडकर की 131 वीं जयंती को खुब धुमधाम से मनाया गया।अंबेडकर जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप कॉलेज के प्राचार्य डॉ रामपाल सैनी ने शिरकत की।
अंबेडकर चेयर के चेयरमैन डॉ विजय कुमार, राजनीति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बलराम शर्मा एवं प्रो गुरदेव ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।प्राचार्य डॉ रामपाल सैनी ने बाबा साहब डॉ भीम राव अंबेडकर की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि संविधान के शिल्पकार, बाबा साहब अंबेडकर ने समाज से छुआछूत, असमानता, गैर-बराबरी को दुर करने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी जिसकी बदौलत गरीबों, पिछड़ो, दलितों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों को अधिकार मिले और उन्हें समाज की मुख्य धारा में सम्मान से जीने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि बाबा साहब दुनिया के विद्धान व्यक्तियों में से एक थे। जिन्होंने विश्व में अपने ज्ञान के प्रकाश से रोशनी की जिसके कारण वह विश्व में ज्ञान का प्रतीक बने। प्राचार्य ने कहा कि यदि बाबा साहब अंबेडकर न होते तो अभाव में जी रहे लोगों का जीवन कष्टदायी होता। वो ऐसी सख्सियत थे, जिन्होंने सभी वर्गों को सम्मान से जीवन जीने के लिए प्रेरित किया और उनके हकों की लड़ाई लड़ी। प्राचार्य ने आह्वान किया कि शिक्षा के क्षेत्र में चमकते सुर्य के सम्मान बाबा साहब अंबेडकर को विद्यार्थी अपना आदर्श बनाएं। तभी उनका कल्याण होगा।डॉ भीम राव अंबेडकर चेयर के चेयरमैन डॉ विजय कुमार ने डॉ भीम राव अंबेडकर के द्वारा अखंड भारतवर्ष के निर्माण में किए गए कार्यों का वर्णन करते हुए उनकी उपलब्धियों का गुणगान किया।बीएमसी प्रथम वर्ष की छात्रा कनिका ने विश्व के देशों द्वारा अंबेडकर को दिए गए सम्मानों, उपाधियों और संज्ञा की जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में अंबेडकर चेयर के चेयरमैन डॉ विजय कुमार, प्रो गुरुदेव, प्रो सोफिया ने मुख्य अतिथि डॉ रामपाल सैनी को बाबा साहब डॉ भीम राव अंबेडकर का चित्र भेंट कर सम्मानित किया।
मंच संचालन प्रो सोफिया ने किया।कार्यक्रम में डॉ राजेश शर्मा, डॉ संजय शर्मा, डॉ सुलोचना नैन, डॉ मिनाक्षी कुंडू, डॉ बलराम शर्मा, डॉ जितेंद्र चौहान,सहित विद्यार्थी मौजूद रहे।
अंबेडकर चेयर के चेयरमैन डॉ विजय कुमार, राजनीति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बलराम शर्मा एवं प्रो गुरदेव ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।प्राचार्य डॉ रामपाल सैनी ने बाबा साहब डॉ भीम राव अंबेडकर की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि संविधान के शिल्पकार, बाबा साहब अंबेडकर ने समाज से छुआछूत, असमानता, गैर-बराबरी को दुर करने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी जिसकी बदौलत गरीबों, पिछड़ो, दलितों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों को अधिकार मिले और उन्हें समाज की मुख्य धारा में सम्मान से जीने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि बाबा साहब दुनिया के विद्धान व्यक्तियों में से एक थे। जिन्होंने विश्व में अपने ज्ञान के प्रकाश से रोशनी की जिसके कारण वह विश्व में ज्ञान का प्रतीक बने। प्राचार्य ने कहा कि यदि बाबा साहब अंबेडकर न होते तो अभाव में जी रहे लोगों का जीवन कष्टदायी होता। वो ऐसी सख्सियत थे, जिन्होंने सभी वर्गों को सम्मान से जीवन जीने के लिए प्रेरित किया और उनके हकों की लड़ाई लड़ी। प्राचार्य ने आह्वान किया कि शिक्षा के क्षेत्र में चमकते सुर्य के सम्मान बाबा साहब अंबेडकर को विद्यार्थी अपना आदर्श बनाएं। तभी उनका कल्याण होगा।डॉ भीम राव अंबेडकर चेयर के चेयरमैन डॉ विजय कुमार ने डॉ भीम राव अंबेडकर के द्वारा अखंड भारतवर्ष के निर्माण में किए गए कार्यों का वर्णन करते हुए उनकी उपलब्धियों का गुणगान किया।बीएमसी प्रथम वर्ष की छात्रा कनिका ने विश्व के देशों द्वारा अंबेडकर को दिए गए सम्मानों, उपाधियों और संज्ञा की जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में अंबेडकर चेयर के चेयरमैन डॉ विजय कुमार, प्रो गुरुदेव, प्रो सोफिया ने मुख्य अतिथि डॉ रामपाल सैनी को बाबा साहब डॉ भीम राव अंबेडकर का चित्र भेंट कर सम्मानित किया।
मंच संचालन प्रो सोफिया ने किया।कार्यक्रम में डॉ राजेश शर्मा, डॉ संजय शर्मा, डॉ सुलोचना नैन, डॉ मिनाक्षी कुंडू, डॉ बलराम शर्मा, डॉ जितेंद्र चौहान,सहित विद्यार्थी मौजूद रहे।